Ration Card: जींद: भारत में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम (SFSA) के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को कम कीमत पर या मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए राशन कार्ड ( Ration Card ) का होना जरूरी है। लेकिन हाल के दिनों में कई लोगों के नाम राशन कार्ड लिस्ट ( Ration Card List) से काटे जा रहे हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका नाम राशन कार्ड लिस्ट से ना हटे, तो नीचे बताई गई बातों का ध्यान जरूर रखें।
इन कारणों से काटे जाते हैं राशन कार्ड धारकों के नाम
अगर कोई व्यक्ति पात्रता के बिना फर्जी तरीके से राशन कार्ड (Ration Card) बनवाता है और राशन ले रहा है, तो सरकार उसकी पहचान कर सबसे पहले उसका नाम लिस्ट ( Ration List) से हटा देती है। इसके अलावा सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (Ration E-KYC) कराना अनिवार्य कर दिया है। जिन लोगों ने ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उनके नाम राशन लिस्ट से काटे जा रहे हैं।
इसके समाधान के लिए तुरंत नजदीकी राशन डिपो (Nearest Ration Depo) पर जाकर ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें। इसके साथ ही अगर किसी व्यक्ति का नाम 2 अलग-अलग राज्यों के राशन कार्ड ( 2 states ration card holder list) में पाया जाता है, तो दोनों राज्यों की लिस्ट से नाम हटा दिया जाता है।
अगर किसी राशन कार्ड धारक की आय (ration card holder income) पात्रता लिमिट से अधिक हो जाती है, तो उसका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाता है। राशन कार्ड बनवाते समय दी गई गलत या अधूरी जानकारी की पहचान होने पर भी राशन कार्ड लिस्ट से नाम काट दिया जाता है। इसलिए अपने दस्तावेज सही रखें और सही जानकारी दर्ज कराएं।
क्या करें ताकि राशन लिस्ट से नाम न कटे?
सबसे पहले तो अगर आपका राशन कार्ड बन गया है तो उसे आधार कार्ड से लिंक करवाना सुनिश्चित करें और नजदीकी राशन डिपो पर जाकर ई-केवाईसी जरूर करवाएं। अगर आपके पास किसी दूसरे राज्य का राशन कार्ड है, तो उसे रद्द करवा दें।यह सुनिश्चित करें कि आपकी इनकम और अन्य पात्रताएं राशन कार्ड के लिए मान्य हैं। राशन कार्ड बनवाते समय किसी भी प्रकार की गलत जानकारी या फेक कागजात न दें।
राशन कार्ड से नाम (Haryana Ration Card) कटने से बचने के लिए सरकार की गाइडलाइन्स का पालन करें और सभी जरूरी प्रक्रियाएं जैसे ई-केवाईसी और दस्तावेज अपडेट आदि समय पर पूरी करें। यह न केवल आपको सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करेगा, बल्कि जरूरतमंदों के लिए इस राशन प्रणाली को भी बेहतर बनाएगा।