Haryana: हरियाणा को देश के समृद्ध राज्यों में शामिल किया जाता है, जहां प्रति व्यक्ति आय अन्य राज्यों से कहीं अधिक है और कई ग्रामीण जिले शहरी क्षेत्रों को पीछे छोड़ चुके हैं। इसके बावजूद, एक आंकड़ा है जो सबको चौंका रहा है—हरियाणा में 70% लोग बीपीएल (Below Poverty Line) यानी गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आते हैं। यह जानकारी राज्य के उपभोक्ता एवं आपूर्ति मामले मंत्रालय के डेटा से सामने आई है।
राज्य की जन वितरण प्रणाली में कुल 1.98 करोड़ लोग शामिल हैं, जबकि हरियाणा की कुल आबादी 2.8 करोड़ के करीब मानी जाती है। इस आंकड़े के अनुसार, राज्य के 70% लोग फ्री राशन जैसी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। यह आंकड़ा पिछले कुछ समय में तेजी से बढ़ा है। उदाहरण के तौर पर, अप्रैल 2024 में यह आंकड़ा 63% था, जबकि अब यह बढ़कर 70% हो गया है।
यह वृद्धि स्थानीय चुनावों, जैसे कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से अभियान चलाए जाने का परिणाम माना जा रहा है। यह दिलचस्प है कि दिसंबर 2022 में BPL लाभार्थियों की संख्या 1.24 करोड़ थी, जो अब बढ़कर लगभग 2 करोड़ होने वाली है। इस प्रकार, पिछले दो वर्षों में 75 लाख नए लोग BPL श्रेणी में जोड़े गए हैं।
राज्य सरकार की यह योजना निश्चित रूप से गरीबों को मदद देने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रही है, लेकिन इसके पीछे की वास्तविकता और चुनावी रणनीतियों पर भी चर्चा हो रही है।