Sakshi Malik Witness: नई दिल्ली: भारतीय रेसलिंग की जानी-मानी हस्ती और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा विटनेस में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस किताब में उन्होंने न केवल भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं, बल्कि बबीता फोगाट और अन्य पहलवानों पर भी विवादित टिप्पणियां की हैं। उन्होंने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के बारे में भी कई बातों का खुलासा किया है, जो रेसलिंग की दुनिया में भूचाल ला सकती हैं।
बृज भूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप
साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि साल 2012 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप के दौरान जब उन्होंने गोल्ड मेडल जीता, तो बृज भूषण शरण सिंह ने उनके साथ छेड़खानी की कोशिश की थी। साक्षी ने विस्तार से बताया कि कैसे बृज भूषण ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और उनके माता-पिता से बात करने का बहाना बनाकर उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। साक्षी ने अपने माता-पिता से फोन पर बात करने के बाद, जब कॉल समाप्त हुई, तो बृज भूषण ने उनके साथ छेड़छाड़ की। उन्होंने बताया कि इस हरकत के बाद वह डरकर वहां से भाग गईं और अपने कमरे में जाकर रोने लगीं।
बचपन में भी छेड़छाड़ का सामना
साक्षी मलिक ने अपनी किताब में बचपन में हुई एक और घटना का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा कि उनके ट्यूशन टीचर ने उनके साथ छेड़खानी की थी, लेकिन उस समय वह अपनी फैमिली को यह बात नहीं बता पाईं। टीचर उन्हें अपने घर बेवक्त बुलाता था और कई बार उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करता था। Sakshi Malik ने कहा कि यह सब उनके मन में एक गहरा डर पैदा करता था, लेकिन वह इस बारे में किसी को बता नहीं सकीं।
Sakshi Malik On Babita Phogat: बबीता फोगाट पर लगाया बड़ा आरोप
साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा में खुलासा किया है कि बबीता फोगाट ने पहलवानों को बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ उकसाया था। Babita Phogat खुद WFI की अध्यक्ष बनना चाहती थीं और इसी मकसद से उन्होंने पहलवानों को विरोध प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। साक्षी ने कहा कि शुरुआत में उन्हें भी लगा कि कोई महिला अगर अध्यक्ष बनेगी, तो पहलवानों की समस्याओं को गंभीरता से सुना जाएगा, लेकिन बबीता फोगाट ने हमें आगे कर खुद पीछे हट गईं।
विनेश और बजरंग पर भी लगाए आरोप
साक्षी मलिक ने अपनी किताब में यह भी दावा किया है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने एशियाई गेम्स 2023 के ट्रायल्स से छूट ली थी, जो उनके लालच का परिणाम था। साक्षी का मानना है कि इस फैसले का पहलवानों के प्रदर्शन और संघर्ष पर नेगेटिव असर पड़ा। उन्होंने कहा कि इस फैसले के चलते विरोध प्रदर्शन की छवि खराब हुई और पहलवानों के संघर्ष की गंभीरता कम हुई।
प्रदर्शन और राजनीतिक प्रभाव
साक्षी मलिक ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके और अन्य पहलवानों के प्रदर्शन का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने कहा कि बीजेपी के दो नेताओं, बबीता फोगाट और तीरथ राणा ने उन्हें बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन की अनुमति दिलाई थी। साक्षी ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह को भी इस मामले की जानकारी दी गई थी, लेकिन उनके आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
Brij Bhushan Singh: बृज भूषण का बचाव और कानूनी प्रक्रिया
बृज भूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर दिल्ली की पुलिस ने 15 जून 2023 को चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें उनके खिलाफ धारा 354, 354A और 354D के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, बाद में राउज एवेन्यू कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई थी। बृज भूषण ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि अगर आरोप साबित हो गए, तो वह फांसी लगा लेंगे।

साक्षी मलिक की आत्मकथा विटनेस भारतीय कुश्ती महासंघ और उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार, यौन उत्पीड़न और लालच की परतें खोलती है। यह किताब न केवल पहलवानों के संघर्ष को उजागर करती है, बल्कि उन चुनौतियों और खतरों की ओर भी इशारा करती है, जिनसे वे जूझते हैं। साक्षी मलिक के ये खुलासे भारतीय कुश्ती के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ सकते हैं।