Education News : नेशनल मींस कम मेरिट स्कालरशिप योजना के तहत एससीइआरटी निदेशक ने शेड्यूल जारी किया है। इसके लिए विद्यार्थी दस अक्टूबर तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। स्कालरशिप के लिए परीक्षा 17 नवंबर को होगी। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं कक्षा तक चार साल हर महीने एक हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में दी जाएगी। परीक्षा के लिए आनलाइन आवेदन पत्र हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की वेबसाइट व एससीइआरटी की वेबसाइट पर भी कर सकते हैं।
योजना के तहत पूरे प्रदेश से 2337 पात्र विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। राजकीय स्कूलों व अनुदान प्राप्त विद्यालय के आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी राष्ट्रीय साधन व योगयता छात्रवृत्ति योजाना के तहत आवेदन कर सकते हैं। एनएमएमएस योजना भारत सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद विद्यार्थियों का चयन कर उनका शैक्षणिक विकास करना है।
इस परीक्षा में बैठने के लिए विद्यार्थी प्रदेश के सरकारी या अनुदान प्राप्त विद्यालयों में आठवीं कक्षा में पढ़ रहे हों तथा उन्होंने सातवीं कक्षा की परीक्षा सरकारी स्कूल से पिछले वर्ष पास की हो। परीक्षार्थी के माता-पिता की सभी स्त्राेतो से कुल वार्षिक आय तीन लाख 50 हजार रुपये से कम हाेनी चाहिए। इस परीक्षा में जिला स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को जिले के कोटे के अनुसार छात्रवृत्ति दी जाएगी।
परीक्षा में बीसी-ए वर्ग को 16 प्रतिशत, बीसी-बी वर्ग को 11 प्रतिशत, एससी वर्ग को 20 प्रतिशत एवं शारीरिक रूप से दिव्यांग वर्ग को तीन प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। आरक्षित वर्ग से आवेदन करने वाले विद्यार्थी को सक्षम अधिकारियों द्वारा जारी प्रमाण पत्र की छायाप्रति आनलाइन आवेदन पत्र के साथ अपलोड करनी होगी। विद्यार्थी का नाम, पिता का नाम व जन्मतिथि, आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, आरक्षित श्रेणी प्रमाण पत्र में दी गई जानकारी स्कूल रिकार्ड के अनुसार हो।
विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग की अच्छी योजना है एनएमएमएस परीक्षा
राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के एनएमएमएस परीक्षा शिक्षा विभाग की अच्छी योजना है। एनएमएमएस परीक्षा के लिए विद्यार्थी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की वेबसाइट व एससीईआरटी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को चार साल तक हर महीने एक हजार रुपए छात्रवृत्ति के रूप में दिए जाएंगे।
सुमित्रा देवी, जिला शिक्षा अधिकारी जींद।