tom latham nz vs india test: पुणे: पुणे में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन देखने को मिला। पहले दिन की समाप्ति पर 50/1 के सम्मानजनक स्थिति में दिख रही भारतीय टीम ने दूसरे दिन की पहली ही पारी में खुद को बुरी तरह से गिरने दिया और 156 पर ऑल आउट हो गई। इस प्रदर्शन ने न केवल दर्शकों को निराश किया, बल्कि न्यूज़ीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और प्रसिद्ध कमेंटेटर इयान स्मिथ को भी नाराज़ कर दिया, जिन्होंने इसे 46 ऑल आउट से भी बुरा करार दिया।
दूसरे दिन की शुरुआत में भारत 16 रन पर बिना किसी नुकसान के था। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने टीम को 50 तक पहुंचाया, लेकिन गिल के एलबीडब्ल्यू आउट होते ही टीम इंडिया के विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया। न्यूज़ीलैंड के मिचेल सैंटनर और ग्लेन फिलिप्स की स्पिन जोड़ी के सामने भारतीय बल्लेबाज बुरी तरह से लड़खड़ा गए।
Ian Smith: इयान स्मिथ की टिप्पणी: यह 46 ऑल आउट से भी बुरा
tom latham nz vs india testइयान स्मिथ ने भारतीय बल्लेबाजों की शॉट सेलेक्शन को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उनका मानना था कि भारत ने टेस्ट मैच की स्थिति को समझे बिना ही आक्रामक खेलना शुरू कर दिया, जिससे वे लगातार विकेट गंवाते चले गए। कमेंट्री के दौरान, सरफराज खान के आउट होने पर स्मिथ ने कहा, यह 46 ऑल आउट से भी बुरा है। इस प्रकार का बैटिंग और शॉट सेलेक्शन देखने को मिल रहा है, जो किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है। स्मिथ ने कहा कि भारत के पास समय था, लेकिन टीम की मानसिकता में जल्दी स्कोर बनाने की जरूरत हावी रही, जो इस पतन का मुख्य कारण बनी।
स्मिथ के अनुसार, भारतीय टीम की यह सोच कि न्यूज़ीलैंड की गेंदबाज़ी से आसानी से निपट लेंगे , गलत साबित हुई। उनके अनुसार, भारत को संयमित होकर खेलना चाहिए था, लेकिन जैसे ही 50 के पार गए, सभी विकेट धड़ाधड़ गिरने लगे।
tom latham nz vs india test: अनिल कुंबले ने धैर्य की कमी को बताया समस्या
भारत के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले भी स्मिथ के विचारों से सहमत दिखे। कुंबले ने महसूस किया कि भारतीय बल्लेबाजों को पिच के हिसाब से कुछ समय तक धैर्य से खेलना चाहिए था। कुंबले ने कहा, ऐसी पिच पर थोड़ा समय लगाना जरूरी था। हमने पहले भी इस बात का ज़िक्र किया कि 15-20 गेंदों तक ठहरने की कोशिश की जानी चाहिए थी, लेकिन इतनी जल्दी छह विकेट गंवा देना उम्मीद के विपरीत था।
जडेजा ने अंत तक कुछ जुझारू बल्लेबाजी करते हुए 39 रन बनाए, लेकिन यह सिर्फ सांत्वना के ही काम आया। कुंबले के अनुसार, भारतीय बल्लेबाजों को हालात का सही आकलन कर संयम से खेलना चाहिए था, ताकि वे लंबे समय तक क्रीज पर टिक सके।
न्यूज़ीलैंड के स्पिनरों की तारीफ: सैंटनर का करियर-बेस्ट प्रदर्शन
tom latham nz vs india testइस टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड के मिचेल सैंटनर ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। सैंटनर ने 7/53 के आंकड़े के साथ भारत के बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाया, जो न्यूज़ीलैंड के किसी भी गेंदबाज का भारत के खिलाफ तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
कुंबले ने सैंटनर की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कहा, सैंटनर ने जिस प्रकार से एंगल और स्पीड का कंट्रोल किया, वह प्रशंसा योग्य है। गेंद का टर्न होना तो एक बात है, लेकिन जिस स्पीड से सैंटनर ने गेंदबाजी की, वह बेहद प्रभावी थी।
न्यूज़ीलैंड को इतिहास रचने का मौका
इस मैच में भारतीय टीम के इस प्रदर्शन से न्यूज़ीलैंड के पास भारत में ऐतिहासिक सीरीज़ जीतने का शानदार मौका है। सैंटनर का प्रदर्शन, फिलिप्स के साथ उनकी स्पिन साझेदारी और भारतीय बल्लेबाजों की जल्दीबाजी ने न्यूज़ीलैंड को जीत के दरवाजे पर खड़ा कर दिया है।