Weather and AQI update : जींद जिले में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होने पर अब प्रशासन सक्रिय हो गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने सफीदों रोड पर ग्रैप-4 का उल्लंघन कर चल रही फैक्ट्री को साढ़े चार लाख रुपये का जुर्माना ठोंका है तो वहीं रोहतक रोड पर स्कूल में चल रहे निर्माण कार्य को रूकवाकर 30 हजार रुपये जुर्माना किया गया है। दूसरी तरफ जिला परिवहन विभाग द्वारा 10 साल पुराने डीजल वाहनों और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। फसल अवशेष जलाने के मामले में दो किसानों के खिलाफ कृषि विभाग द्वारा एफआइआर दर्ज करवाई गई है।
शुक्रवार को जिले में अधिकतम एक्यूआइ 354 तो औसत 301 रहा। यह हवा की खराब श्रेणी में आता है। नवंबर माह में अभी तक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है। फसल अवशेष जलाने के मामलों में कमी नहीं आ रही तो वहीं खुले में कूड़ा जलाया जा रहा है। निर्माण कार्यों पर भी रोक नहीं लगाई जा रही है। वाहन में निर्माण सामग्री ले जाते समय इसे ढक कर ले जाने का नियम है लेकिन इस नियम का भी पालन नहीं हो रहा।
इन सब कारणों से प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। लोगों को आंखों में जलन होने लगी तो बच्चों, बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत आने लगी। प्रशासन द्वारा समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई, जिसके कारण पहले ग्रैप-2 लागू हुआ। इसका सख्ती से पालन नहीं करवाया गया तो फिर ग्रैप-3 और अब ग्रैप-4 लागू हो चुका है। अब प्रशासन ने गंभीरता दिखानी शुरू कर दी है और प्रदूषण नियंत्रण बाेर्ड की टीम द्वारा छापेमारी शुरू की गई है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने की छापेमारी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने एसडीओ अनिल कुमार के नेतृत्व में शुक्रवार को सफीदों रोड पर चल रही एक फैक्ट्री में छापेमारी की। नियमों का ताक पर रख कर चल रही इस फैक्ट्री को टीम ने साढ़े चार लाख रुपये का जुर्माना ठोका। इसके बाद टीम काे सूचना मिली कि रोहतक रोड पर एक स्कूल में निर्माण कार्य चल रहा है।
ग्रैप-4 के नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर स्कूल को भी 30 हजार रुपये का जुर्माना किया गया। इससे पहले भी विभाग की टीम द्वारा भटनागर कालोनी में जनरेटर को सील किया गया था तो एक निर्माण कार्य की साइट पर जनरेटर सील किया था।
जिला परिवहन विभाग की टीम ने प्रदूषण फैला रहे वाहनों के चालान किए
प्रदूषण के लिए जिले में केवल फसल अवशेष ही नहीं, बल्कि निर्माण कार्य साइट पर उड़ती धूल, टायर फैक्ट्रियां, पुराने और कंडम वाहन भी जिम्मेदार हैं। एनसीआर में होने के चलते यहां 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहन और 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल के वाहन प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद भी बिना-रोकटोक इस तरह के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे थे।
जिला परिवहन विभाग की टीम ने 150 से ज्यादा ऐसे वाहनों के चालान किए, जो कंडम होने के बावजूद सड़कों पर दौड़ रहे हैं। प्रत्येक वाहन पर 11 हजार रुपये जुर्माना किया गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर दोबारा से ये वाहन सड़कों पर नजर आए तो इन्हें जब्त कर स्क्रैप में डाल दिया जाएगा।

दो किसानों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज
कृषि विभाग द्वारा अलग-अलग गांव में फसल अवशेष जलाने पर दो किसानों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज करवाया है। कृषि विभाग के सुपरवाइजर साहिल कुमार ने कहा कि धान की कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस बारे डीसी के आदेशानुसार ग्राम स्तरीय संयुक्त टीम (एग्रीकल्चर/पटवारी/ग्राम सचिव) का गठन किया गया है।
20 नवंबर को ग्राम स्तरीय निगरानी टीम द्वारा खेतों के निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि आसन गांव में किसान प्रवीण द्वारा अपने खेतों में धान के अवशेष जलाए हुए हैं। वहीं दूसरे मामले में कृषि विभाग के एटीएम ऋषिपाल की शिकायत पर गांव शाहपुर निवासी सुनील के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।