CET Kab Hoga: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में संशोधन के लिए मुख्य सचिव को प्रस्ताव नहीं भेजने की वजह से लाखों युवा एक बार फिर चिंता में हैं। पिछले एक सप्ताह से HSSC इस महत्वपूर्ण संशोधन पर कोई कदम नहीं उठा सका है, जबकि हाईकोर्ट के निर्देशों के चलते इसे जल्द लागू करने की आवश्यकता है।
CET Kab Hoga: हरियाणा के मुख्य सचिव ने 23 अक्टूबर को HSSC को पत्र लिखकर CET में सुधार की मांग की थी। हालाँकि, आयोग ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। युवाओं के लिए यह स्थिति और भी चिंताजनक है, क्योंकि वे ग्रुप सी और ग्रुप डी के लिए परीक्षा का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
CET भर्ती प्रक्रिया में देरी
भाजपा ने 2024 के विधानसभा चुनावों में दो लाख स्थायी भर्तियों का वादा किया है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में अभी भी देरी हो रही है। 2019 में हुई भर्तियों का परिणाम जारी होने के बाद से युवाओं के लिए यह एक निराशाजनक स्थिति बन गई है, क्योंकि विभिन्न विभागों में बिना सहमति के भर्तियाँ की गई हैं।
अब तक केवल एक बार CET
CET Kab Hoga: HSSC द्वारा अब तक केवल एक बार ही CET परीक्षा की आयोजित किया गया है और लाखों युवाओं ने सीईटी प्रमाण पत्र के अभाव में अपनी योग्यता साबित करने का अवसर खो दिया है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पिछले साल हाईकोर्ट ने सामाजिक-आर्थिक मानदंड के आधार पर दिए गए अंकों को समाप्त कर दिया था, जिससे CET में संशोधन की जरूरत और भी बढ़ गई है।
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CET क्वालीफाई की मांग
CET Kab Hoga: युवाओं ने अपनी मांगें उठाई हैं कि CET को क्वालीफाई करने का मानदंड निर्धारित किया जाए, जिससे उन्हें अपने भविष्य के लिए एक उचित अवसर मिल सके। इस बीच, प्रदेश सरकार ने HSSC से संशोधन पर त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की है, ताकि भर्ती प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।
अंततः, यह देखना होगा कि HSSC इस मामले में कब और कैसे आगे बढ़ता है, क्योंकि लाखों युवा अपनी किस्मत और करियर का इंतजार कर रहे हैं।