Trains Winter Preparation : उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल ने सर्दियों के मौसम में रेल संचालन की सुरक्षा और सुचारुता के लिए विशेष तैयारियां की हैं। ठंड के मौसम में तापमान गिरने से रेल लाइनों के सिकुड़ने और कोहरे के कारण रेल संचालन प्रभावित होने की संभावना रहती है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए मंडल ने नई योजनाएं लागू की हैं।
Fog device for loco pilots: फॉग डिवाइस से ट्रेनों की सुरक्षा में होगा इजाफा
बीकानेर मंडल पर संचालित कुल 287 पैसेंजर और 120 मालगाड़ियों में लोको पायलटों को फॉग डिवाइस उपलब्ध कराई जाएगी। यह डिवाइस कोहरे के दौरान लोको पायलट को सिग्नल की सही जानकारी देती है। यह लगभग 2000 मीटर पहले ही आने वाले सिग्नल की सूचना देकर लोको पायलट को गाड़ी की गति नियंत्रित करने और सुरक्षित तरीके से सिग्नल पार करने में मदद करती है।
Train safety measures in fog: फॉग से प्रभावित रेलखंडों पर विशेष ध्यान
बीकानेर मंडल का रेवाड़ी से बठिंडा और बठिंडा से सूरतगढ़ रेलखंड सर्दियों में कोहरे से अधिक प्रभावित रहता है। इन इलाकों में रेल पथ की दक्षता बढ़ाने के लिए गुड्स वार्निंग बोर्ड पर रेडियम स्ट्रिप्स और चूने की पट्टियों का उपयोग किया जाएगा, ताकि लोको पायलट धुंध में भी संकेतों को स्पष्ट रूप से देख सकें।
Track maintenance during winter: ट्रैक सुरक्षा के लिए रात्रि गश्त और डेटोनेटर की व्यवस्था
ठंड के दौरान रेल लाइन में होने वाले फ्रैक्चर से निपटने के लिए रात्रि गश्त की व्यवस्था की गई है। ट्रैक मेंटेनर्स को डेटोनेटर दिए गए हैं, जिन्हें वे फ्रैक्चर होने की स्थिति में रेल लाइन पर निश्चित दूरी पर लगाते हैं। जब इंजन के पहिए इन डेटोनेटर पर गुजरते हैं, तो तेज आवाज होती है। यह आवाज लोको पायलट को सचेत करती है, जिससे वह गाड़ी की गति नियंत्रित कर खतरे को टाल सकता है।
Sardiyo mein rail suraksha: होम सिग्नल की जानकारी के लिए विशेष उपाय
हर स्टेशन पर पॉइंट्समैन को डेटोनेटर उपलब्ध कराए गए हैं। ये डेटोनेटर होम सिग्नल से पहले रेल लाइन पर लगाए जाते हैं। जब इंजन इन पर गुजरता है तो तेज आवाज होती है, जिससे लोको पायलट को सिग्नल के बारे में जानकारी मिलती है।
Winter rail operations Bikaner division: बीकानेर मंडल सर्दियों के लिए पूरी तरह तैयार
मंडल की यह तैयारी सर्दियों के दौरान कोहरे और अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए की गई है। इसके जरिए यात्रियों और ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, जिससे रेल संचालन सुचारु और सुरक्षित रहेगा।