Haryana Government ने CET पास उम्मीदवारों को 9000 रूपये मासिक स्टाइपेंड देने पर काम शुरू किया ; प्राइवेट नौकरी में जाने पर EPF का पैसा सरकार देगी

Anita Khatkar
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Haryana Government: चंडीगढ़, 27 नवंबर: हरियाणा सरकार ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) पास उम्मीदवारों को 9000 रूपये मासिक स्टाइपेंड देने की योजना पर मंथन शुरू कर दिया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा विधानसभा सत्र में की गई घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में उच्च स्तरीय बैठकें जारी हैं।

काम के बदले 9000 रूपये स्टाइपेंड

अभी तक की योजना के अनुसार, उन CET पास उम्मीदवारों को, जिन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिली है, सरकार 9000 रूपये मासिक स्टाइपेंड प्रदान करेगी। इसके बदले उनसे काम भी लिया जाएगा। सरकार इस योजना को हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के माध्यम से लागू करेगी।

प्राइवेट नौकरी के लिए प्रोत्साहन

इसके साथ ही, सरकार ने उन अस्थायी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक प्रोत्साहन योजना पर भी विचार किया है, जो सरकारी नौकरी छोड़कर प्राइवेट सेक्टर में जाना चाहते हैं। ऐसे कर्मचारियों का ईपीएफ (EPF) योगदान का 12% हिस्सा राज्य सरकार वहन करेगी, जबकि शेष 12% नियोक्ता द्वारा जमा किया जाएगा।

HKRN को पॉलिसी बनाने की जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी और मानव संसाधन विभाग के प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस योजना पर चर्चा की। कौशल रोजगार निगम को CET पास उम्मीदवारों की सूची तैयार करने और विस्तृत पॉलिसी बनाने का निर्देश दिया गया है।

सक्षम युवा योजना से प्रेरित मॉडल

यह योजना Haryana Government की सक्षम युवा योजना से प्रेरित है, जहां युवाओं को मासिक आर्थिक सहायता के बदले कार्य अनुभव दिया जाता है। सरकार का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को वित्तीय सहारा देने के साथ-साथ काम का अनुभव दिलाना है।

Haryana Government ने CET पास उम्मीदवारों को 9000 रूपये मासिक स्टाइपेंड देने पर काम शुरू किया ; प्राइवेट नौकरी में जाने पर EPF का पैसा सरकार देगी
Haryana Government ने CET पास उम्मीदवारों को 9000 रूपये मासिक स्टाइपेंड देने पर काम शुरू किया ; प्राइवेट नौकरी में जाने पर EPF का पैसा सरकार देगी

अंतिम निर्णय सरकार करेगी

इस योजना को अंतिम रूप देने से पहले सभी संबंधित पहलुओं पर विचार किया जाएगा। सरकार का कहना है कि यह कदम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है।

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