Hkrn conductor jind : रोडवेज के जींद डिपो में अगले सप्ताह तक हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत 48 परिचालक शामिल होंगे। इसके बाद डिपो में परिचालकों की कमी पूरी हो जाएगी और यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। शुरूआत में इन परिचालकों को रोडवेज कर्मचारियों के साथ टिकट काटने को लेकर व यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद रूटों पर भेजा जाएगा।
डिपो में इस समय 168 बसें आनरूट रहती हैं, जिसमें प्रतिदिन 16 से 17 हजार यात्री सफर करते हैं। वर्तमान में डिपो में 230 चालक व 265 परिचालक काम कर रहे हैं। 1.7 के नार्म के हिसाब से 168 बसों पर 286 चालक व परिचालक होने चाहिएं लेकिन इस समय कम ही परिचालक हैं। यात्रियों की संख्या के हिसाब से डिपो में बसों की कमी है।
![Hkrn conductor: 48 conductors will be included under HKRN in Jind depot.](https://newskunj.com/wp-content/uploads/2024/12/NHAI-ने-बढ़ाये-टोल-रेट-देखें-कहाँ-कितना-लगेगा-टोल_20241228_223219_0000.jpg)
इस कारण 14 बसों को दोहरे चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे बसों की मरम्मत को लेकर पर्याप्त समय नहीं मिल पाता और पांच से सात बस मरम्मत के लिए (hkrn conductor) हर समय खड़ी रहती हैं। ऐसे में रोहतक, भिवानी, कैथल व हिसार जैसे रूट पर पहले की अपेक्षा कम बस चल रही हैं। रोहतक व कैथल पर पांच टाइम तो भिवानी व हिसार रूट पर दो-दो टाइम मिस चल रहे हैं।
Hrkn bharti : नवनियुक्त परिचालकों को पहले टिकट काटने व यात्रियों के साथ अच्छे व्यवहार का दिया जाएगा प्रशिक्षण
डिपो में पांच साल से नहीं हो पाई है स्थायी भर्ती
रोडवेज में पिछले पांच साल से परिचालक व अन्य पदों पर स्थायी भर्ती नहीं हो पाई है। पिछले एक साल में डिपो में 100 से ज्यादा नई बस शामिल हो चुकी हैं लेकिन बसों के हिसाब से परिचालक पर्याप्त नहीं हैं। डिपो में 48 परिचालकों के शामिल होने के बाद बसों के चक्कर तो बढ़ जाएंगे लेकिन फिर चालकों की कमी हो सकती है।
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य उपप्रधान संदीप रंगा (Sandeep Ranga) ने कहा कि परिवहन विभाग को चाहिए कि डिपो में बसों की संख्या बढ़ाई जाए और कर्मचारियों की स्थायी भर्ती की जाए। इससे युवाओं को स्थाई रोजगार मिल सके और यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा का लाभ मिल सके।
वर्जन…
जींद डिपो में एचकेआरएन (hkrn) के तहत 48 परिचालक शामिल होंगे, जो जनवरी माह के पहले सप्ताह तक ज्वाइन कर लेंगे। डिपो में जो बसें हैं, उनसे यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा देने का प्रयास है। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जा रही है। यात्रियों की सुविधा अनुसार बसों का संचालन किया जा रहा है।
—राजेश हैबतपुर, डीआई जींद।