जिले में जुलाई माह में अब तक सामान्य से कम वर्षा (Kab Hogi Barish) हुई है। जिसके कारण धान की फसल में काफी नुकसान हो चुका है। हजारों एकड़ में धान की रोपाई भी नहीं हो पाई है। मौसम विभाग ने दोबारा मानसून सक्रिय होने से 31 जुलाई और एक अगस्त को जिले में अच्छी वर्षा होने की संभावना जताई है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है, जिसको लेकर आरेंज अलर्ट (Weather Update) vजारी किया गया है।
मंगलवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे और उचाना में दो एमएम वर्षा हुई। जुलाई में मौसम विभाग की तरफ कई बार वर्षा होने का पूर्वानुमान जारी किया गया और वर्षा नहीं हुई। वर्षा नहीं होने से जिले में सूखे जैसे हालात बन गए। सिंचाई नहीं होने से खेत सूख गए और धान की (Kab Hogi Barish) फसल मुरझा गई। हजारों एकड़ धान की फसल भी सूख चुकी है। किसान दोबारा रोपाई करने के लिए वर्षा होने का इंतजार कर रहे हैं।
जिले में 1.50 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में धान की रोपाई होनी है। अब तक करीब 70 प्रतिशत क्षेत्र में ही धान की रोपाई हो पाई है। जिले में बड़े क्षेत्र में भूमिगत पानी की गुणवत्ता (Kab Hogi Barish) सही नहीं है। जिसके चलते धान की रोपाई वर्षा और नहरी पानी पर ही निर्भर करती है। यमुना में पानी कम होने से सुंदर ब्रांच और हांसी ब्रांच नहर में पानी देरी से आया। जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई।
Mausam Update : 70 प्रतिशत जमीन में ही हो पाई है धान की रोपाई
जिन किसानों ने जुलाई के पहले सप्ताह में हुई वर्षा (Rain Alert) के बाद धान की रोपाई की थी, उन्हें दोबारा वर्षा नहीं होने के कारण सिंचाई करने में दिक्कत आई। सिंचाई नहीं होने से खेत सूख गया और दरारें (Kab Hogi Barish) खुल गई। ट्यूबवेल से सिंचाई करते हैं, तो दरारें होने की वजह से पानी जमीन के नीचे चला जाता है। इस वजह से किसानों ने सिंचाई ना करके धान की फसल को राम भरोसे छोड़ दिया। वर्षा होती है, तो फसल हो जाएगी।
जिलेभर में अच्छी वर्षा की संभावना
मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में मंगलवार तक सामान्य से कम वर्षा हुई है। जिससे धान की फसल में नुकसान हुआ है और रोपाई में भी देरी हुई है। बुधवार और वीरवार को पूरे जिले में ही अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो (Kab Hogi Barish) सकती है।