HSSC Action : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने भर्तियों से जुड़ी गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने वाले YouTubers के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। आयोग ने हरियाणा के डीजीपी को पत्र लिखकर YouTube चैनलों द्वारा फैलाई जा रही फर्जी सूचनाओं की जांच करने और कार्रवाई की मांग की है। आयोग ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया है कि कई सरकारी कर्मचारी, विशेष रूप से शिक्षा और पुलिस विभाग में कार्यरत लोग, इन चैनलों के जरिए अभ्यर्थियों को गुमराह कर रहे हैं और पैसे की मांग कर रहे हैं।
गलत जानकारी फैलाने पर HSSC का सख्त रुख :
HSSC ने पाया है कि कुछ YouTubers बिना किसी सत्यापन के परीक्षा और परिणाम से संबंधित गलत जानकारी फैला रहे हैं, जिससे अभ्यर्थियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। शिकायत में HSSC के नाम और लोगो का अवैध रूप से इस्तेमाल करने वाली की जानकारी दी गई है । दावा किया गया कि ये चैनल ना केवल गलत जानकारी फैला रहे हैं, बल्कि अभ्यर्थियों से पैसे ऐंठने का भी प्रयास कर रहे हैं।
सरकारी कर्मचारी भी हैं शामिल ?
HSSC की शिकायत में यह भी बताया गया है कि पुलिस और शिक्षा विभाग के कई सरकारी कर्मचारी अपने YouTube चैनलों के माध्यम से अभ्यर्थियों को गुमराह कर रहे हैं। ये कर्मचारी HSSC के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का झांसा देकर अभ्यर्थियों से पैसे मांग रहे हैं। आयोग ने इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) को भी शिकायत भेजी है।
अवैध रूप से HSSC का नाम और लोगो इस्तेमाल :
शिकायत के मुताबिक, कई YouTubers HSSC के नाम और उसके आधिकारिक लोगो का अवैध इस्तेमाल कर रहे हैं। वे इस नाम का दुरुपयोग करते हुए अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रहे हैं। HSSC ने इस प्रकार की गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने की आवश्यकता जताई है और इसे साइबर अपराध की श्रेणी में भी माना जा सकता है।
HSSC की सख्ती क्यों जरूरी ?
HSSC का यह कदम न केवल आयोग की साख को बचाने के लिए है, बल्कि उन लाखों अभ्यर्थियों की भलाई के लिए भी है जो आयोग की आधिकारिक जानकारी पर निर्भर करते हैं। YouTube पर फैली भ्रामक जानकारी से अभ्यर्थियों का करियर प्रभावित हो सकता है और उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
HSSC warning: आयोग ने दी चेतावनी
HSSC ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट और प्रमाणिक सूत्रों से ही जानकारी प्राप्त करें। किसी भी प्रकार की गलत जानकारी से बचने के लिए HSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह दी गई है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
HSSC का यह निर्णय दर्शाता है कि आयोग अपनी जिम्मेदारियों को लेकर बेहद सजग है। यह कदम न केवल फर्जी जानकारी फैलाने वालों पर लगाम लगाएगा, बल्कि अभ्यर्थियों के बीच विश्वसनीय जानकारी के आदान-प्रदान को भी सुनिश्चित करेगा। आयोग की इस पहल से अभ्यर्थियों को सही मार्गदर्शन मिल सकेगा और फर्जी चैनलों का जाल समाप्त हो सकेगा। कैंडिडेट्स को भी किसी भी जानकारी के लिए हमेशा HSSC की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर सूचना प्राप्त करनी चाहिए जिसका लिंक हम नीचे भी दे रहे हैं ।
https://www.hssc.gov.in/