Haryana Police Recruitment Exam : हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) द्वारा हरियाणा पुलिस में पुरुष और महिला कांस्टेबल (GD) के 5600 पदों के लिए लिखित परीक्षा 25 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में कुल 24003 अभ्यर्थी शामिल होंगे, जिनमें 19822 पुरुष और 4181 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। पुरुष कांस्टेबलों की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र कुरुक्षेत्र और करनाल में बनाए गए हैं, जबकि महिला अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र पंचकूला में स्थित होगा। कुल 84 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की जाएगी।
प्रशासनिक तैयारियां और सुरक्षा प्रबंध
24 अगस्त को परीक्षा प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों को लेकर हरियाणा के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर आयोग और प्रशासनिक अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ परीक्षा के सुचारु संचालन पर चर्चा होगी। करनाल में आयोग के सदस्य भूपेंद्र चौहान, पंचकूला में सुभाष चंद्र और साधु राम जाखड़, जबकि कुरुक्षेत्र में कपिल अत्रेजा और अमर सिंह उपस्थित रहेंगे। आयोग के सचिव विनय कुमार परीक्षा संचालन की सम्पूर्ण सुपरविजन करेंगे। इसके अलावा, ओएसडी सुधांशु कुरुक्षेत्र और करनाल में परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करेंगे।
कड़े दिशा-निर्देश: नोज पिन और कानों की बाली पर बैन
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय बायोमेट्रिक स्क्रीनिंग और कड़ी निगरानी के साथ अभ्यर्थियों का सत्यापन किया जाएगा। परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, हिडन कैमरा और अन्य प्रतिबंधित सामग्रियों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से रोक रहेगी। महिला अभ्यर्थियों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं कि वे कानों की बाली, नोज पिन और अन्य आभूषण पहनकर न आएं।
परीक्षा केंद्रों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है और सभी गतिविधियों की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। पंचकूला में मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से इन कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग भी की जाएगी। नकल और अनुचित साधनों के प्रयोग को रोकने के लिए आयोग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अनुचित गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए इस बार व्यापक और सख्त प्रबंध किए गए हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शी और नकल रहित हो।