Pavel Durov arrest : टेलीग्राम तो गयो, Telegram के CEO Pavel Durov आपराधिक गतिविधियों को लेकर पेरिस में निजी जेट से उतरते ही गिरफ्तार

Sonia kundu
By Sonia kundu
टेलग्राम का CEO गिरफ्तार
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पेरिस: टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप के अरबपति संस्थापक और सीईओ पावेल डुरोव (Pavel Durov arrest) को फ्रांस में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह खबर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में तेजी से सुर्खियां बटोर रही है। शनिवार शाम को पेरिस के बाहर स्थित ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर, 39 वर्षीय Pavel Durov को उनके निजी जेट से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया गया।

फ्रांस के फ्रॉड कंट्रोल और सीमा शुल्क अधिकारियों ने उन्हें आपराधिक गतिविधियों में मिलीभगत के आरोपों के तहत हिरासत में लिया है। डुरोव की यह गिरफ्तारी उनके मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर गंभीर आपराधिक गतिविधियों के अनियंत्रित रूप से फैलने के आरोपों से जुड़ी है।

Pavel Durov के Arrest का कारण और विवाद

Pavel Durov पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म Telegram पर lack of moderation के चलते आपराधिक गतिविधियों को बढ़ने दिया। फ्रांस की पुलिस ने जांच में पाया कि मॉडरेटरों की कमी के कारण टेलीग्राम पर ड्रग तस्करी, बच्चों के खिलाफ अपराध और धोखाधड़ी जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियां बेरोकटोक जारी रहीं। अधिकारियों का कहना है कि इन गतिविधियों पर नियंत्रण न करने के चलते उन्हें जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

 

टेलग्राम पर मंडराया खतरा
टेलग्राम का CEO गिरफ्तार

Pavel Durov जिन्हें अक्सर रूस का मार्क जुकरबर्ग (russia’s #markzukerburg)
कहा जाता है, की गिरफ्तारी के बाद फ्रांस में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, टेलीग्राम की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, फ्रांस के गृह मंत्रालय और पुलिस भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

Pavel Durov की पृष्ठभूमि और टेलीग्राम का सफर

रूस में जन्मे पावेल डुरोव ने 2013 में टेलीग्राम की स्थापना की थी। 2014 में रूस की सरकार के साथ मतभेद के चलते उन्होंने देश छोड़ दिया और इसके बाद उन्होंने टेलीग्राम को एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया, जो प्राइवेसी, एन्क्रिप्शन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर जोर देता है। आज, टेलीग्राम को 900 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता इस्तेमाल करते हैं और इसका लक्ष्य अगले साल तक एक अरब यूजर्स तक पहुंचना है।

Durov ने 2014 में रूस छोड़ने के बाद दुबई को अपना निवास स्थान बना लिया और 2021 में फ्रांसीसी नागरिकता प्राप्त की। इसके साथ ही वह सेंट किट्स और नेविस के भी नागरिक हैं। टेलीग्राम ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की और आज यह दुनिया के प्रमुख मैसेजिंग प्लेटफॉर्म में शामिल है।

Pavel Durov की गिरफ्तारी के पीछे छिपी राजनीति?

Pavel Durov की गिरफ्तारी से अंतरराष्ट्रीय राजनीति भी गर्म हो गई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सवाल किया है कि क्या पश्चिमी गैर-सरकारी संगठन (NGO) उनकी रिहाई की मांग करेंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध में टेलीग्राम का उपयोग दोनों पक्षों द्वारा सूचना प्रसार के लिए किया जा रहा है। Telegram app ने बिना किसी सेंसरशिप के युद्ध से जुड़ी जानकारियों को साझा करने का एक प्रमुख माध्यम बना लिया है।

Pavel Durov ने हमेशा सरकारी नियंत्रण का विरोध किया है और टेलीग्राम को एक तटस्थ प्लेटफॉर्म बनाए रखने पर जोर दिया है। उनके इस रवैये के चलते उन्हें विश्वभर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के रक्षक के रूप में देखा जाता है। लेकिन अब यह प्लेटफॉर्म चरमपंथी समूहों और अपराधियों द्वारा भी इस्तेमाल किया जाने लगा है, जिसके चलते यूरोपीय देशों ने इसकी सख्त आलोचना की है।

फ्रांस के कानून के तहत आरोप और संभावित सजा

Durov arrest ,फ्रांसीसी न्यायिक अधिकारियों द्वारा जारी एक गिरफ्तारी वारंट के आधार पर किया गया। उन पर मिलीभगत और आपराधिक गतिविधियों को अनदेखा करने के आरोप लगाए गए हैं। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं, तो उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Pavel Durov पहले ही संभावित कानूनी जोखिमों के चलते यूरोप की यात्रा से बचते रहे हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध में टेलीग्राम की भूमिका

टेलीग्राम रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान सूचना के आदान-प्रदान का एक प्रमुख माध्यम बना हुआ है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनके अधिकारियों से लेकर रूसी क्रेमलिन तक, सभी इसका इस्तेमाल करते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर युद्ध से जुड़े अनफ़िल्टर्ड कंटेंट की भरमार है।

क्या होगा टेलीग्राम का भविष्य?

Pavel Durov की गिरफ्तारी के बाद टेलीग्राम के भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में प्लेटफॉर्म की दिशा क्या होगी, इस पर नजरें टिकी हुई हैं। हालांकि, टेलीग्राम ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस घटना का ऐप के संचालन पर कोई प्रभाव पड़ेगा।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और संभावित प्रदर्शन

Pavel Durov arrest के खिलाफ रूस में व्यापक विरोध प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है। कई रूसी ब्लॉगर्स ने रविवार को दुनिया भर के फ्रांसीसी दूतावासों के बाहर प्रदर्शन का आह्वान किया है। Pavel Durov के समर्थन में उठने वाली आवाजें एक बार फिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सरकारों द्वारा इंटरनेट कंट्रोल के मुद्दे को सामने लाएंगी। इस पूरे घटनाक्रम ने न सिर्फ टेलीग्राम के भविष्य को सवालों के घेरे में ला दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेसी और सरकारी नियंत्रण की बहस को भी फिर से उभार दिया है।

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