Dwarka Expressway: दिल्ली और एनसीआर के लाखों यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने घोषणा की है कि इस साल के अंत तक द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली वाला हिस्सा भी पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली-एनसीआर और IGI एयरपोर्ट के बीच सफर बेहद सुगम हो जाएगा।
Dwarka Expressway: IGI एयरपोर्ट तक सीधी पहुँच
द्वारका एक्सप्रेसवे पर विशेष सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, जो गाड़ियों को सीधे दिल्ली स्थित IGI एयरपोर्ट तक पहुँचाने में मदद करेगा। वर्तमान में एयरपोर्ट जाने के लिए वाहनों को दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से होकर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है, लेकिन इस सुरंग के शुरू होने के बाद यह सफर सरल और कम समय में पूरा हो सकेगा।
9000 करोड़ रुपए की लागत से बना 30 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे
द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति से शुरू होकर गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल प्लाजा तक फैला है, जिसकी लंबाई लगभग 30 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में 9,000 करोड़ रुपए की लागत आई है। गुरुग्राम वाला हिस्सा पहले ही चालू हो चुका है और दिल्ली भाग के ऊपरी हिस्से का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है। सुरंग में देरी के कारण इस परियोजना में समय का थोड़ा और निवेश करना पड़ा है, लेकिन अब दिसंबर तक इसके पूरे होने की उम्मीद है।
ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में कमी
Dwarka Expressway के चालू होने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर यातायात का दबाव लगभग 30% तक कम हो जाएगा, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या और प्रदूषण में कमी आएगी। सुरंग के निर्माण कार्य के बाद, द्वारका एक्सप्रेसवे से IGI एयरपोर्ट की सीधी पहुँच से यात्रियों को भी राहत मिलेगी।
Dwarka Expressway: 23 किलोमीटर एलिवेटेड और भूमिगत सुरंग
30 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का 18.9 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम में और 10.1 किलोमीटर दिल्ली में आता है। इसमें 23 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है, जबकि शेष हिस्सा भूमिगत सुरंग से होकर गुजरेगा। इसके अतिरिक्त, गुरुग्राम- दिल्ली सीमा पर टोल प्लाजा का निर्माण कार्य भी तेजी से हो रहा है, जिसे अगले महीने तक पूरा करने का लक्ष्य है।
दिसंबर तक निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य
NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी के अनुसार, दिसंबर तक इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्य में तेजी लाई जा रही है, जिससे साल के अंत तक यह पूरा हो सके और यात्रियों के लिए पूरा एक्सप्रेसवे चालू हो जाए।