Gurmeet Ramrahim Bail : गुरमीत राम रहीम सिंह, जो कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख हैं, को एक बार फिर 21 दिनों की फरलो पर सुनारिया जेल से रिहा किया गया है। लगभग 6:30 बजे उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच जेल से बाहर ले जाया गया। इस बार भी वे उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा आश्रम में अपनी फरलो की अवधि बिताएंगे।
गुरमीत राम रहीम सिंह को इससे पहले भी 8 बार मिनी पैरोल मिल चुकी है, जिसमें हर बार उन्होंने बरनावा आश्रम में ही समय बिताया है। इस फरलो के दौरान उन्हें जेल के बाहर रहते हुए व्यक्तिगत और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति दी गई है।
फरलो और पैरोल में अंतर
फरलाे | पैराेल |
फरलो आमतौर पर ज्यादा दिनों के लिए दी जाती है। | पैराेल कम समय के लिए हाेती है। |
इसमें कैदी को सामाजिक जीवन मेंं लौटने का अवसर मिलता है। | पैरोल में आमतौर पर आपातकालीन स्थितियों के लिए रिहाई दी जाती है। |
कैदी काे किसी विशेष जगह पर रहने की अनुमति हाेती है। | कैदी काे अपने परिवार या किसी निर्दिष्ट जगह पर रहने की अनुमति होती है। |
गुरमीत राम रहीम की फरलो को लेकर कई बार विवाद भी हुआ है, क्योंकि उन्हें गंभीर अपराधों में दोषी ठहराया गया है। फिर भी, कानून के तहत उन्हें फरलो पाने का अधिकार है, और इस बार भी उन्हें यह सुविधा दी गई है।
जानें क्यों है बरनावा आश्रम खास ?
बरनावा आश्रम, जो बागपत जिले में स्थित है, राम रहीम के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां उन्होंने अपने कई अनुयायियों से मुलाकात की और विभिन्न धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। इस आश्रम की सुरक्षा में पुलिस की कड़ी निगरानी रहती है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
गुरमीत राम रहीम की यह फरलो कब समाप्त होगी और क्या वे इस दौरान कोई बड़ी घोषणा करेंगे, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।