Haryana cold wave : हरियाणा में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। शीतलहर (cold wave) से बचने के लिए सरकार के निर्देशानुसार सभी जिला उपायुक्तों विशेष एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत आम नागरिकों से शीतलहर व सर्दी से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील की।
इन दिनों जिले में शीतलहर चल रही है। इसी के मद्देनजर उपायुक्त ने कहा कि हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर पाले से बच सकते हैं।
शीतलहर व सर्दी से बचने के लिए मौसम पूर्वानुमान के लिए रेडियो/टी.वी./समाचार पत्र जैसे सभी मीडिया प्रकाशन का ध्यान रखें ताकि यह पता चल सके कि आगामी दिनों में शीतलहर की संभावना है या नहीं।सर्दियों लिए पर्याप्त कपड़ों का स्टॉक करें।
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घर में ठंडी हवा के प्रवेश रोकने के लिए दरवाजों तथा खिड़कियों को ठीक से बंद रखें। फ्लू, नाक बहना/ भरी नाक या नाक बंद जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना आमतौर पर ठंड में लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होती हैं। इसलिए इस तरह के लक्षणों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतें तथा स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों या डॉक्टर से परामर्श करें।
जितना हो सके घर के अंदर रहें और ठंडी हवा, बारिश, बर्फ के संपर्क में आने से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें। गर्म कपड़े पहनें ताकि ठंड बिल्कुल न लगे। तंग कपड़े खून के बहाव को रोकते हैं, इनसे बचें। खुद को सूखा रखें और पानी में भीगने से बचें। शरीर की गर्माहट बनाए रखने के लिए अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढक कर रखें।
गीले कपड़े तुरंत बदलें। हाथों में दस्ताने रखें। फेफड़ों को बचाने के लिए मास्क का प्रयोग करें। सिर पर टोपी या मफलर पहनें, स्वास्थ्य वर्धक भोजन लें।
उपायुक्त ने अतिरिक्त उपायुक्त, सी.ई.ओ. डी.आर.डी.ओ., सभी एस.डी.एम., सी.टी.एम., सिविल सर्जन, तहसीलदार, सभी नायब तहसीलदार, जिला रैडक्रॉस सोसायटी सचिव तथा शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल या अन्य सार्वजनिक स्थानों का निरीक्षण करें और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सामाजिक संगठनों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग लें।
इसके साथ ही उपायुक्त ने कृषि तथा किसान कल्याण विभाग व पशुपालन विभाग को भी निर्देश दिए हैं कि वे किसानों, पशुपालकों को सर्दी के मौसम में फसलों, पशुओं आदि के बचाव को लेकर जागरूक करें। रात के समय पशुओं के आवास को सभी तरफ से ढक दें ताकि ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क में आने से बचा जा सके।
पशुधन और मुर्गी को ठंड के मौसम से बचाव के लिए उन्हें अंदर रखें। सर्दियों के दौरान पशुओं के नीचे सूखे भूसे जैसी कुछ बिस्तर सामग्री डालें। पोल्ट्री में, पोल्ट्री शैड में कृत्रिम प्रकाश प्रदान करके चूजों को गर्म रखें।