Weather Update : जींद जिले में शुक्रवार को सुबह से ही बादल छाए (Weather Update) रहे। दोपहर को अलेवा में सबसे ज्यादा 77.2 एमएम वर्षा हुई। नरवाना में 23 एमएम, जींद और उचाना में दो एमएम वर्षा हुई। वहीं वीरवार को उचाना, जुलाना में हल्की वर्षा हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार 24 अगस्त तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। जिससे अधिकतम तापमान में भी हल्की गिरावट आ सकती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रहा। वर्षा धान की फसल के लिए फायदेमंद है।
Weather Update : जुलाई में सामान्य से कम वर्षा हुई थी। जिससे धान की फसल में बढ़वार कम रही और अधिक तापमान होने से धान के पौधे भी जल गए थे। हजारों एकड़ में समय पर धान की रोपाई भी नहीं हुई थी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान की रोपाई का समय खत्म हो चुका है। हालांकि अभी भी किसान धान की रोपाई कर रहे हैं। जुलाई में रोपाई की गई धान की फसल में अब वर्षा होने से बढ़वार होगी और फुटाव भी बढ़ेगा।
कपास की फसल में सुंडी का प्रकोप का खतरा
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय हिसार की तरफ से कपास की फसल में इस मौसम में संभावित बीमारियों और उनके बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। अगस्त में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी प्रकोप होने का खतरा रहता है। इसलिए किसान नरमा की फसल का ध्यान रखें। गुलाबी सुंडी का प्रकोप होने पर कृषि विशेषज्ञों की सलाह अनुसार उपचार करें। इसके अलावा सफेद मक्खी व हरे तेले का भी नरमा कपास में प्रकोप होने का खतरा रहता है। देसी कपास में चित्तीदार सुंडी का प्रकोप होता है।
Weather Update : आगामी दिनों में भी वर्षा होने की संभावना
मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि मानसून की सक्रियता बनी हुई है। जिससे पिछले कुछ दिनों में जिले में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। आगामी दिनों में भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वर्षा से धान की फसल को फायदा होगा। इस मौसम में कपास की फसल की विशेष तौर पर निगरानी रखने की जरूरत है। वर्षा के मौसम में कीटों का प्रकोप बढ़ने का खतरा रहता है। किसान कपास की फसल में किसी भी बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर विशेषज्ञों की सलाह अनुसार उपचार करें।