UPS or NPS difference : सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन योजनाओं का चयन हमेशा एक महत्वपूर्ण निर्णय रहा है। वर्तमान में, दो प्रमुख पेंशन स्कीम्स चर्चा में हैं – यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) .
UPS हाल ही में सरकार द्वारा प्रस्तावित की गई है और अप्रैल ,2025 में इसे लागू किए जाने की उम्मीद है। इस लेख में हम UPS और NPS की तुलनात्मक समीक्षा करेंगे ताकि यह समझ सकें कि कर्मचारियों के लिए कौन सी योजना बेहतर है।
UPS क्या है?
Unified pension scheme (UPS) एक नई पेंशन योजना है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा। UPS का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को एक स्थिर और सुनिश्चित पेंशन प्रदान करना है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद उनकी अंतिम 12 महीनों के औसत वेतन का 50% पेंशन के रूप में मिलेगा, बशर्ते उन्होंने कम से कम 25 वर्षों की सेवा की हो। इसके साथ ही, UPS में पारिवारिक पेंशन की भी व्यवस्था है, जिसमें कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को 60% पेंशन प्राप्त होगी।
NPS क्या है?
National पेंशन स्कीम (NPS) 2004 में लागू की गई थी और यह सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है। NPS एक ‘निश्चित योगदान योजना’ है, जिसमें कर्मचारियों को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते (DA) का 10% योगदान करना होता है। इस योजना में सरकार द्वारा भी 14% का योगदान दिया जाता है। NPS की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें निवेश बाजार से जुड़ा होता है, जिससे रिटर्न और जोखिम दोनों का सामना करना पड़ता है। NPS के तहत, पेंशन पूरी तरह से निवेश की गई राशि और उसके प्रदर्शन पर निर्भर होती है।
UPS और NPS में क्या अंतर है ?
1. पेंशन की सुनिश्चितता (certainty) :
UPS: UPS में कर्मचारियों को 50% सुनिश्चित पेंशन (assured pension) दी जाएगी, जिससे कर्मचारियों को भविष्य की स्थिरता और सुरक्षा मिलती है।
–NPS: NPS में पेंशन बाजार की अस्थिरता पर निर्भर होती है और इसमें कोई सुनिश्चित राशि नहीं होती।
2. महंगाई राहत (Inflation/Dearness relief) :
UPS: UPS में महंगाई राहत (Dearness Relief) की सुविधा दी गई है, जिससे पेंशन में समय-समय पर वृद्धि होती है।
-NPS: NPS में महंगाई राहत का कोई प्रावधान नहीं है, और रिटर्न पूरी तरह से निवेश की गई राशि पर निर्भर करता है।
3. पारिवारिक पेंशन: family pension
UPS: UPS में कर्मचारी के निधन के बाद उसके परिवार को पेंशन का 60% पारिवारिक पेंशन के रूप में दिया जाएगा।
NPS: NPS में पारिवारिक पेंशन की कोई निश्चित व्यवस्था नहीं है; परिवार को निवेशित राशि (investment funds) के आधार पर ही पेंशन मिलती है।
4. GPF जीपीएफ (General Provident Fund):
UPS: UPS में GPF का प्रावधान है, जिससे कर्मचारियों को सुनिश्चित और स्थिर रिटर्न मिलेगा ।
NPS: NPS में GPF का कोई प्रावधान नहीं है, जिससे निवेश पूरी तरह से जोखिम में होता है।
5. कर लाभ: Tax Benefits
UPS: UPS में tax benifit के बारे में अभी कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि जहां तक अनुमान है UPS को टैक्स फ्री किया जाएगा । अधिक जानकारी गजट आने के बाद ही पता चलेगी ।
NPS: NPS में आयकर अधिनियम की धारा 80CCD के तहत 1.5 लाख रुपए तक की कटौती का लाभ ( benefit of deduction) मिलता है।
Future में UPS और NPS का प्रभाव:
UPS को अप्रैल,2025 में लागू किया जाना है और इसके बाद सरकारी कर्मचारियों के लिए यह एक प्रमुख पेंशन योजना बन सकती है। UPS की स्थिरता और निश्चितता इसे कर्मचारियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है। वहीं, NPS की लचीलापन और निजी क्षेत्र के लिए उपलब्धता इसे एक अलग स्थान प्रदान करती है। NPS में Tax benefits और विभिन्न निवेश विकल्पों के चलते यह अभी भी उन लोगों के लिए बेहतर हो सकती है जो जोखिम उठाने ( risk takers) में सक्षम हैं।
UPS और NPS में से कौन सी योजना कर्मचारियों के लिए बेहतर है?
सरकारी कर्मचारियों के लिए UPS अधिक लाभकारी साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें निश्चित पेंशन और महंगाई राहत की सुविधा है। इसके अलावा, UPS में GPF का प्रावधान भी इसे स्थिरता प्रदान करता है। वहीं, NPS उन कर्मचारियों के लिए बेहतर हो सकती है जो निजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं और लंबी अवधि में अधिक रिटर्न की तलाश में हैं।
Conclusion: UPS और NPS दोनों ही योजनाओं के अपने फायदे और नुकसान हैं। UPS स्थिरता और सुनिश्चित पेंशन प्रदान करती है, जबकि NPS में अधिक लचीलापन और Investment Options उपलब्ध हैं। कर्मचारियों को अपनी वित्तीय स्थिति, जोखिम उठाने की क्षमता और दीर्घकालिक लक्ष्यों ( Long term aim) को ध्यान में रखते हुए इन योजनाओं में से किसी एक का चयन करना चाहिए। UPS के लागू होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि यह योजना NPS की तुलना में कितना आकर्षक साबित होती है।
UPS और NPS के बीच अंतर पर FAQs :
1. UPS क्या है?
UPS (Unified Pension Scheme) सरकार द्वारा प्रस्तावित एक नई पेंशन योजना है जो अप्रैल 2025 से लागू होगी। यह योजना सरकारी कर्मचारियों को 50% सुनिश्चित पेंशन प्रदान करेगी, जो उनके अंतिम 12 महीनों के औसत वेतन पर आधारित होगी।
2. NPS क्या है?
NPS (National Pension Scheme) एक निवेश-आधारित ( investment-based ) पेंशन स्कीम है, जिसमें कर्मचारियों का योगदान और निवेश का रिटर्न उनकी पेंशन को निर्धारित करता है। यह सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है।
3. UPS और NPS में पेंशन की सुनिश्चितता ( certainty ) में क्या अंतर है ?
UPS में 50% सुनिश्चित पेंशन दी जाती है, जबकि NPS में पेंशन स्टॉक बाजार ( Stock Market) प्रदर्शन पर निर्भर होती है, जिससे कोई गारंटी नहीं होती।
4. महंगाई राहत की दृष्टि से UPS और NPS में से कौन सी योजना बेहतर है ?
UPS में महंगाई राहत (Dearness Relief) का प्रावधान है, जबकि NPS में यह सुविधा नहीं है।
5. UPS और NPS में (family pension) पारिवारिक पेंशन में क्या अंतर है ?
UPS में कर्मचारी की मृत्यु के बाद परिवार को 60% पेंशन मिलती है, जबकि NPS में पारिवारिक पेंशन निश्चित नहीं है और यह निवेशित राशि invested amount पर निर्भर होती है।
6. GPF का किस योजना में है ?
UPS में GPF (General Provident Fund) का प्रावधान है, जबकि NPS में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
7. UPS और NPS में Tax benefits में क्या अंतर है ?
NPS में धारा 80CCD के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। UPS में टैक्स लाभ के बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
8. UPS और NPS में से कौन सी योजना सरकारी कर्मचारियों के लिए बेहतर है ?
सरकारी कर्मचारियों के लिए UPS अधिक लाभकारी है क्योंकि इसमें निश्चित पेंशन और GPF का प्रावधान है।
9. NPS किसके लिए बेहतर है ?
NPS उन कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है जो निजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं और लंबी अवधि में अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं।
10. UPS कब लागू होगी ?
UPS को अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा।
न्यूजकुंज यानि हमें उम्मीद है कि यह तुलना आपको सही पेंशन योजना चुनने में मदद करेगी। आखिरकार, आपका भविष्य सुरक्षित होना चाहिए, और सही पेंशन योजना का चयन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।