Jind Kalwan village : जीन्द जिले के नरवाना उपमंडल के गांव कालवन स्थित महर्षि दयानंद सरस्वती प्रवासी पक्षी संरक्षण स्थल यहां पहुंचने वाले प्रवासी पक्षियों के कारण चर्चा में है। इसके चलते ही एशियाई जलीय पक्षी विशेषज्ञ टीम 28 जनवरी को विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों के सर्वेक्षण के लिए झील का दौरा करेगी।
टीम में टीके राय पारिस्थितिकविद पक्षी विज्ञानी, सदस्य अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ और एडब्ल्यूसी राज्य समन्वयक-दिल्ली वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया सम्मिलित रहेंगे। सर्वेक्षण में टीम द्वारा प्रवासी पक्षियों की गणना और मापदंडों के अनुसार स्थल की किसी भी संभावना का निरीक्षण किया जाएगा।
टीम ने प्रवासी पक्षी स्थल के संरक्षण के लिए स्थानीय लोगों की जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के लगातार प्रयासों को सराहा है। ऐसे में एशियाई टीम ने कालवन गांव के प्रवासी पक्षी संरक्षण स्थल की इस झील को अपने सर्वेक्षण के दायरे में लिया है।

कार्यक्रम में जैव विविधता बोर्ड जिला समन्वयक विष्णु बागड़ी सहित जींद वन मंडल अधिकारी पवन ग्रोवर के निर्देशन में वन विभाग टीम, वन्य जीव विभाग से ब्लाक अधिकारी मनवीर, तकनीकी सहायता समूह छवि के निदेशक सतीश शर्मा,
सरपंच प्रतिनिधि बहादुर सिंह, ग्राम पंचायत सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, आर्य समाज कमेटी कालवन तथा हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा गठित जींद जिले में कार्य कर रही जैव विविधता प्रबंधन समिति प्रधान भरथराज व समिति सदस्य सर्वेक्षण टीम के साथ रहेंगे।
बठिंडा से शोध संस्था भी कर चुकी है सर्वेक्षण
अभी हाल ही में पंजाब के बठिंडा से होलोसेन बायोडावर्सिटी एंड एथनोबायोलोजी रिसर्च फाउंडेशन संस्था के चेयरमैन डा. विजय विश्वास अपनी टीम के साथ इस स्थल पर पहुंचे थे।
इस टीम ने महर्षि दयानंद सरस्वती प्रवासी पक्षी संरक्षण स्थल पर यहां विभिन्न 26 प्रजातियों के 560 पक्षी रिकार्ड किए थे। हालांकि, नवंबर व दिसंबर महीने में यहां ऐसे पक्षियों की संख्या कुछ ज्यादा ही थी।