Jind News : जींद : नागरिक अस्पताल जींद में बजट की कमी के चलते मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना बेपटरी हो रही हैं। लंबे समय से मुख्यालय से बजट नहीं मिलने के चलते दवा व आक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसियों की करोड़ों रुपये की देनदारी हो गई हैं। इसके चलते अस्पताल के पास हीमोफीलिया के मरीजों के लिए फैक्टर आठ व कुत्ते व बंदरों के काटने के बाद मरीजों को लगाई जाने वाली एंटी रेबीज वैक्सीन खरीदने तक बजट नहीं हैं और न ही मुख्यालय से खरीद के लिए राशि जारी हो रही हैं।
दवाई सप्लाई करने वाली एजेंसियों की करीब 3 करोड़ रुपये व आक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी के 22 लाख रुपये की देनदारी हैं। लंबे समय से राशि का भुगतान नहीं होने के चलते एजेंसी आनाकानी करनी शुरू कर दी हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों के आश्वासन पर ही काम चल रहा हैं। यहां तक कि अस्पताल में दंत चिकित्सा में प्रयोग होने वाले औजारों को स्टरलाइज करने वाली एक आटोक्लेव मशीन खराब पड़ी हैं। जबकि एक मशीन ही चल रही हैं, लेकिन चार जगह पर दांतों की ओपीडी होती हैं, लेकिन इनके औजारों को स्टरलाइज करने की पूरी क्षमता नहीं हैं। इसके कारण मरीजों को संक्रमण फैलने का खतरा तक बढ़ गया हैं।
नागरिक अस्पताल जींद ( Jind Civil Hospital ) में प्रतिदिन 400 के करीब दांतों की ओपीडी ( Dental OPD ) होती हैं और दांत या जाड़ निकालने से पहले चिकित्सकों को एक्सरे करना पड़ता हैं, लेकिन लगभग 2 दांतों की एक्सरे करने वाली मशीन खराब पड़ी हैं और केवल एक ही मशीन चल रही हैं। इनको ठीक करने के लिए बार-बार डिमांड की जा रही हैं, लेकिन अस्पताल के पास इनको ठीक करवाने का बजट नहीं हैं। अगर अगले एक सप्ताह में अस्पताल को बजट नहीं मिला तो कई स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, क्योंकि आक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी ने भी एक सप्ताह के आश्वासन पर सप्लाई शुरू की हैं।
Jind News : हीमोफीलिया के मरीजों की बढ़ी परेशानी
नागरिक अस्पताल जिंद में फैक्टर-8 खत्म होने से हीमोफीलिया के मरीजों ( Hemophilia Patients Jind ) की परेशानी को बढ़ा दिया हैं। जिले में 42 हीमोफीलिया के मरीज पंजीकृत हैं। फैक्टर-8 इमरजेंसी होता हैं और मरीजों को किसी भी समय परेशानी हो सकती हैं। इसलिए फैक्टर आठ को नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में रखा जाता हैं, ताकि मरीजों को तुरंत ही मिल सके। हीमोफीलिया सोसाइट जींद ( Hemophilia Society Jind ) प्रधान आशुतोष शर्मा ने बताया कि उनकी सोसाइट ने अस्पताल प्रशासन से बात की हैं और अगले सप्ताह में ही फैक्टर 8 उपलब्ध हो सकेंगे। इस दौरान मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए रविवार को सोसाइट की तरफ से एक संस्था का सहयोग लेकर फैक्टर फ्री में वितरित किए जाएंगे, ताकि अस्पताल में उपलब्ध होने तक वह काम चला सकें।
Jind News : एंटी रेबीज वैक्सीन खत्म, बाजार से खरीदकर लगा रहे लोग
नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन खत्म हो चुकी हैं। जबकि कुत्ते व बंदरों के काटने के बाद प्रतिदिन 30 से 40 लोग वैक्सीन ( Anti Rabies Vaccine ) लगवाने के लिए आ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में वैक्सीन खत्म हैं। इसके कारण लोगों को मजबूरी में बाजार से 450 रुपये खर्च करके वैक्सीन लगवानी पड़ रही हैं, क्योंकि कुत्ता व बंदर के काटने के 48 घंटे के अंदर यह वैक्सीन लगवानी पड़ती हैं। इसके कारण लोगों को चक्कर काटना पड़ रहा हैं।

Jind News : वित्तीय पावर नहीं होने से बिगड़ रही व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग में दवाई व अन्य जरूरी उपकरण खरीदने के लिए किसी भी चिकित्सक के पास वित्तीय पावर ( Budget Power Crisis) नहीं हैं। वित्तीय पावर सिविल सर्जन के पास होती हैं, लेकिन अस्पताल में लगभग 2 माह से पद खाली पड़ा हुआ है। इसके अलावा सिविल सर्जन ( Civil Surgeon Jind ) के बराबर के रेंक प्रधान चिकित्सा अधिकारी का पद भी 5 माह से खाली पड़ा हुआ हैं। वित्तीय पावर किसी भी अधिकारी के पास नहीं होने के कारण छोटे बजट वाले काम भी प्रभावित हो रहे हैं।
इसके कारण अस्पताल के विभागाध्यक्ष लगातार डिप्टी सिविल सर्जन डा. पालेराम व डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला से लगातार मिलते रहते हैं, लेकिन उनके पास भी खरीद की पावर नहीं होने से कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
डिप्टी सिविल सर्जन डा. पालेराम कटारिया ( Deputy Civil Surgeon ) ने कहा कि हीमोफीलिया के मरीजों के लिए फैक्टर-8 व एंटी रेबीज वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी। बजट व दवाइयों की डिमांड मुख्यालय को भेजी हुई हैं और जल्द ही मिलने की उम्मीद हैं। मरीजों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं और किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।