Jind temperature : हरियाणा के जींद जिले में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री रहने की संभावना है। ये सामान्य से ज्यादा है। हालांकि 29 जनवरी के आसपास बारिश की संभावना बन रही है लेकिन तापमान पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जनवरी व फरवरी में गेहूं की फसल के लिए ठंड जरूरी होती है। तापमान ज्यादा होने से गेहूं की फसल समय से पहले पक सकती है, जिससे गेहूं का दाना कमजोर रहेगा और उत्पादन घटेगा। खासकर पछेती गेहूं की फसल पर ज्यादा असर पड़ेगा।
कृषि विशेषज्ञ डा.यशपाल मलिक का कहना है कि चार-पांच दिन में तापमान ज्यादा रहने से तो ज्यादा असर नहीं पड़ेगा लेकिन अगर 10 से 15 दिन तापमान इसी तरह रहता है, तो गेहूं की फसल में नुकसान हो सकता है।

मौसम विभाग (Mausam department ) के अनुसार 28 जनवरी तक खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं हल्की गति से चलने से रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इस दौरान अलसुबह व देर रात्रि कहीं कहीं धुंध छा सकती है।
किसानों को कृषि विशेषज्ञ गेहूं की फसल में जरूरत अनुसार सिंचाई करने की भी सलाह दे रहे हैं। साथ ही जरूरत से ज्यादा यूरिया का प्रयोग ना करने की हिदायत दी है। ज्यादा यूरिया डालने से गेहूं की फसल में बीमारी आने का खतरा रहता है।
Jind temperature : ज्यादा यूरिया ना डालें किसान : डीडीए
जिला कृषि उप निदेशक डा. गिरिश नागपाल ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन में तापमान बढ़ा है। अभी गेहूं की फसल में नुकसान वाली बात नहीं है। अगर अगले 10- 15 दिन में तापमान इसी तरह ज्यादा रहता है, तो गेहूं की फसल में नुकसान हो सकता है। ज्यादा तापमान रहने से दाने का पकाव सही से नहीं हो पाता है।
जनवरी व फरवरी में गेहूं की फसल के लिए ठंड जरूरी है। जरूरत अनुसार गेहूं की फसल में किसान सिंचाई करते रहें। जरूरत से ज्यादा यूरिया ना डालें। अब ज्यादा यूरिया डालेंगे, तो मार्च में तेला व चेपा लगने की वजह से गेहूं की फसल में नुकसान हो सकता है।
Mausam update : 29 को बन रही बारिश की संभावना : डा. राजेश
मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि 29 जनवरी को जींद और आसपास के क्षेत्र में हल्की बारिश (Jind rain alert) की संभावना बन रही है। अगर बारिश होती है तो किसानों को कुछ हद तक राहत मिलेगी लेकिन अगर बारिश नहीं हुई तो बढ़ता तापमान गेहूं की फसल के अनुकूल नहीं है।