Jind News : कोलकाता प्रकरण महिला स्टाफ सुरक्षा काे लेकर स्तर्क हुआ जींद स्वास्थ्य विभाग, रात को 3 जगह तैनात रहेंगे सिक्योरिटी गार्ड

Jind News : कोलकाता प्रकरण के बाद स्वास्थ्य विभाग महिला स्टाफ सुरक्षा को लेकर सतर्क हुआ है। महिला चिकित्सक व स्टाफ नर्स की सुरक्षा की समीक्षा को लेकर सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल ने मंगलवार को सभी एसएमओ व चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली। सिविल सर्जन ने चिकित्सा अधिकारियों को आदेश दिए कि रात्रि ड्यूटी पर अस्पताल इमरजेंसी, एसएनसीयू, गायनी वार्ड में महिला चिकित्सक व स्टाफ नर्स रहती हैं।

इन तीनों ही जगह पर सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहेंगे, अगर ड्यूटी के दौरान कोई महिला स्टाफ से दुर्व्यवहार करता है तो रात को सिक्योरिटी में तैनात गार्ड ने अस्पताल में दूसरे वार्ड में तैनात सिक्योरिटी गार्ड को तुरंत ही बुलाना हैं और स्थिति को कंट्रोल करके अस्पताल परिसर में बनी चौकी में पुलिस के हवाले करना हैं। नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी, एसएनसीयू, गायनी वार्ड तीनों ही सुरक्षित जगह पर हैं और सभी जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इसके अलावा रात्रि के समय इमरजेंसी, एसएनसीयू, गायनी वार्ड में तैनात रहने वाले महिला चिकित्सा अधिकारी व स्टाफ नर्स का रेस्ट रूम वार्ड के अंदर ही बनाया है।

जहां पर पुरुष स्टाफ के अलावा मरीज व उनके अभिभावक अक्सर रहते हैं। ऐसी स्थिति में किसी की भी महिला स्टाफ से दुर्व्यवहार करने की हिम्मत नहीं होगी। रात्रि के समय सबसे ज्यादा मरीज इमरजेंसी वार्ड में आते हैं और उसके साथ ही पुलिस चौकी बनाई गई हैं। जहां रात्रि के समय पुलिस कर्मियों की तैनाती रहती हैं।

Kolkata incident: Jind health department on alert regarding women staff security, security guards will be deployed at 3 places at night
Kolkata incident: Jind health department on alert regarding women staff security, security guards will be deployed at 3 places at night

 

चिकित्सकों की कमी के चलते रात्रि ड्यूटी रोस्टर में महिला चिकित्सकों को करना पड़ता है शामिल
नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों की कमी हैं। इसलिए दिन के समय सामान्य ओपीडी के अलावा इमरजेंसी सेवाएं चलाने के लिए महिला चिकित्सकों की भी रात्रि ड्यूटी लगानी पड़ती हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन प्रयास कर रहा है कि रात्रि ड्यूटी पर केवल पुरुष चिकित्सक ही तैनात रहें, लेकिन मजबूरी में साप्ताहिक बनने वाले ड्यूटी रोस्टर में महिला चिकित्सकों को भी शामिल करना पड़ता है।

रोस्टर के हिसाब से रात्रि ड्यूटी शाम आठ बजे शुरू होती है और सुबह आठ बजे तक रहती हैं। रात्रि ड्यूटी पर आने वाले महिला चिकित्सक व स्टाफ नर्स को रात्रि को आराम करने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता, बल्कि ड्यूटी स्थल पर रेस्ट रूम व बाथरूम बनाएं गए हैं। रात्रि के समय इमरजेंसी गेट के बाहर सिक्योरिटी गार्ड हमेशा तैनात रहता है।

सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल ने बताया कि रात्रि के समय ड्यूटी पर तैनात रहने वाले महिला स्टाफ की सुरक्षा संबंधित समीक्षा के लिए सभी एसएमओ की बैठक ली। उनको आदेश दिए हैं कि जहां पर महिला स्टाफ तैनात हैं, वहां पर सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती की जाए, अगर कोई लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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