Money Saving Tips While Study Abroad:हर साल लाखों भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ाई के सपने को साकार करने के लिए निकलते हैं। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 13.35 लाख छात्र विदेश पढ़ाई के लिए गए हैं, जो पिछले साल 13.18 लाख था। अनुमान है कि हर साल यह संख्या लगभग 8% की दर से बढ़ेगी।
हालांकि, विदेश में पढ़ाई का खर्चा काफी अधिक होता है, जिसमें ट्यूशन फीस, रहने का खर्च और मुद्रा विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव शामिल हैं। ये सभी वित्तीय तनाव का कारण बनते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि छात्र पहले से कुछ बचत योजनाएं बनाएं और सही विकल्पों की जानकारी जुटाएं ताकि वे आर्थिक चुनौतियों से निपट सकें।
Money Saving Tips While Study Abroad: विदेश में पढ़ाई के दौरान कैसे करें बचत?
1. स्टूडेंट डिस्काउंट का लाभ उठाएं
विदेशों में कई स्थानों पर छात्रों को रेस्टोरेंट, परिवहन सेवाओं और अन्य स्थानों पर छूट मिलती है। इसके लिए अपने Student ID Card का उपयोग करें और हर जगह डिस्काउंट के बारे में जानकारी लें।
2. किफायती विकल्प चुनें
ऐसे देश चुनें जहां जीवन-यापन की लागत कम हो। विश्वविद्यालयों द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप, ग्रांट या सरकारी सब्सिडी की जानकारी हासिल करें। इससे आप अपने खर्च को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।
3. बजट प्लान बनाएं
एक सटीक बजट प्लान बनाएं। भोजन, आवास, परिवहन और मनोरंजन के लिए कितनी राशि की आवश्यकता होगी, इसका ध्यान रखें। साथ ही, बजट एयरलाइंस, रेलवे पास और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करके सफर में पैसे बचाएं।
4. रहने के सस्ते विकल्प
होस्टल, होमस्टे या शेयरिंग अपार्टमेंट में रहकर रहने के खर्चों को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, बाहर खाने के बजाय खाना खुद बनाएं और थोक बाजारों या बड़े सुपरमार्केट से सामान खरीदें।
5. पार्ट-टाइम नौकरी
पढ़ाई के दौरान पार्ट-टाइम नौकरी भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इससे न सिर्फ आर्थिक मदद मिलेगी बल्कि काम का अनुभव भी मिलेगा जो भविष्य के लिए सहायक होगा।
6. विदेशी ट्रांजैक्शन फीस पर बचत
स्थानीय बैंक में खाता खोलें, जिससे विदेशी ट्रांजैक्शन शुल्क पर बचत हो सके।

Money Saving Tips While Study Abroad: एजुकेशन लोन: कितना लोन और ब्याज?
एजुकेशन लोन लेकर विदेश में पढ़ाई की योजना बना रहे छात्रों को यह जानना जरूरी है कि लोन की EMI पढ़ाई पूरी होने के 6-12 महीने बाद शुरू होती है। इसे मोरटोरियम पीरियड कहा जाता है और लोन चुकाने की अवधि 5 से 15 साल हो सकती है। पढ़ाई के बाद 6 महीने तक जॉब मिलना कभी कभी मुश्किल हो जाता है और EMI अमाउंट भी काफी ज्यादा हो जाता,इससे आर्थिक तनाव बढ़ता है तो सोच समझकर ही एजुकेशन लोन लेना चाहिए।
Money Saving Tips While Study Abroad: बचत और प्लानिंग से मिलेगा लाभ
विदेश में पढ़ाई का सपना महंगा जरूर है, लेकिन सही प्लानिंग और स्कॉलरशिप, ग्रांट या सरकारी सहायता से इसे साकार किया जा सकता है। एजुकेशन लोन लेने से पहले इन सभी विकल्पों की अच्छे से जांच-पड़ताल करें ताकि भविष्य में वित्तीय बोझ को कम किया जा सके।