Navjot Singh Sidhu Wife Cancer Diet Controversy: पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू एक नए विवाद में फंस गए हैं। सिद्धू ने हाल ही में अपनी पत्नी के कैंसर का इलाज नीम और हल्दी से करने के बयान दिए थे, जिसके बाद छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है।
नोटिस में सिद्धू से 7 दिनों के भीतर पत्नी के कैंसर इलाज के दस्तावेज पेश करने को कहा गया है। अगर वे दस्तावेज नहीं प्रदान करते हैं तो सिविल सोसाइटी ने 850 करोड़ रुपये की मांग की है। कुछ दिन पहले सिद्धू ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि उनकी पत्नी ने कैंसर की स्टेज 4 को डाइट प्लान और लाइफस्टाइल बदलकर मात दी। सिद्धू ने दावा किया था कि 40 दिनों के भीतर डाइट में बदलाव करके कैंसर को हराया गया।
सिविल सोसाइटी ने इस दावे को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें सिद्धू ने कहा था कि कैंसर की स्टेज 4 में बदलाव करके बीमारी पर काबू पाया। इसके अलावा, एलोपेथी चिकित्सा के विरोध में सिद्धू द्वारा किए गए दावों का भी सिविल सोसाइटी ने विरोध किया है।
सिविल सोसाइटी ने नवजोत कौर से यह भी पूछा कि क्या वह अपने पति के कैंसर के इलाज से संबंधित दावों का समर्थन करती हैं और क्या उन्होंने एलोपेथी चिकित्सा के बजाय घरेलू उपचार से ही इलाज करवाया है?
नवजोत सिद्धू का डाइट प्लान
सिद्धू ने अपने पत्नी के कैंसर के इलाज के लिए एक डाइट प्लान साझा किया था, जिसमें रोजाना 7-8 गिलास पानी पीने, विशेष हर्बल चाय पीने, हल्दी, नीम पत्तियां और कच्ची लहसुन का सेवन करने की सलाह दी गई थी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि ताजे फल जैसे शहतूत, अनार और गाजर का रस लिया जाए। इसके अलावा, वे कहते हैं कि रिफाइंड तेल और चीनी से दूर रहकर शुद्ध तेलों और आहार का सेवन करना चाहिए। सिद्धू ने यह भी कहा था कि नाश्ते और रात के भोजन के बीच 12 से 17 घंटे का अंतर रखा जाए और किसी भी प्रकार के पैक्ड भोजन से बचा जाए।
इस डाइट प्लान के बाद, एलोपेथी के टाटा कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी इस तरह के उपचार पर सवाल उठाया था, जिससे विवाद और बढ़ गया। अब सिविल सोसाइटी ने सिद्धू से दस्तावेजों की मांग की है, ताकि यह स्थिति स्पष्ट हो सके कि उनकी पत्नी ने कैसे बिना एलोपेथी उपचार के कैंसर को मात दी।