Nitin Gadkari on Road Accident : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं, जिनके अनुसार देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 19 लोगों की मौत हो जाती है। इन हादसों में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी दोपहिया वाहन चालकों की है, जो 45% दुर्घटनाओं में शामिल होते हैं। गडकरी ने यह जानकारी ‘Safety 2024’ सम्मेलन के दौरान साझा की, जिसका आयोजन द जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ ने किया था और जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सह-प्रायोजित किया था।
Nitin Gadkari ने कहा कि इन हादसों में एक बड़ा कारण हेलमेट का उचित उपयोग न होना है। उन्होंने बताया कि देश में हर साल 30,000 से अधिक दोपहिया वाहन चालकों की मौत होती है, जो हेलमेट नहीं पहनते। इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने दोपहिया वाहन(Two wheelers) निर्माताओं से अपील की है कि वे ग्राहकों को छूट पर हेलमेट प्रदान करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि Helmet के उचित उपयोग से (Nitin Gadkari on Road Accident)बड़ी संख्या में मौतों को रोका जा सकता है।
Nitin Gadkari on Road Accident :सड़क सुरक्षा के लिए रणनीति की जरूरत
गडकरी ने Road Safety को बढ़ाने के लिए जागरूकता और शिक्षा अभियानों पर जोर दिया, खासकर युवाओं के बीच। उन्होंने कहा, “सड़क सुरक्षा की संस्कृति को विकसित करने के लिए हमें स्कूल स्तर से ही जागरूकता अभियान शुरू करने होंगे। Road Accidents को कम करने के लिए सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार पर्याप्त नहीं हैं; हमें मानव व्यवहार में बदलाव लाने की भी आवश्यकता है।”
भारत में 2022 की सड़क दुर्घटना रिपोर्ट के अनुसार, उस वर्ष कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 1,68,491 लोगों की जान गई और 4,43,366 लोग घायल हुए। यह आंकड़े सड़क दुर्घटनाओं, मौतों और घायलों की संख्या में क्रमश: 11.9%, 9.4%, और 15.3% की वृद्धि को दर्शाते हैं।
Nitin Gadkari on Road Accident : सड़क सुरक्षा के लिए एकजुट होने की अपील
नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की बढ़ती संख्या को कम करने के लिए सरकार बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ-साथ जन जागरूकता पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने नागरिक समाज संगठनों और वैश्विक निकायों से अपील (Nitin Gadkari on Road Accident)की कि वे सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मिलकर काम करें, खासकर स्कूली शिक्षा के माध्यम से।
गडकरी की इस पहल को देशभर में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और लोगों के जीवन की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।