Patodi Bhiwani Kabbadi Cup : शहीद भगत सिंह युवा क्लब और समस्त ग्रामवासी पटौदी की ओर से 28 और 29 अगस्त 2024 को खेल ग्राउंड पटौदी में एक विशाल सर्कल कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। इस प्रतियोगिता में देशभर की प्रमुख टीमों के खिलाड़ी अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण 1,21,000 रुपये का पहला इनाम और बुढ़ा दौड़ एवं रस्साकस्सी जैसे पारंपरिक खेल होंगे।
मुख्य जानकारी:
प्रतियोगिता | तिथि | स्थान |
कबड्डी | 28-29 अगस्त 2024 | खेल ग्राउंड, पटौदी |
बुढ़ा दौड़ और रस्साकस्सी | 28 अगस्त 2024 | खेल ग्राउंड, पटौदी |
पुरस्कार वितरण:
खेल का नाम | पहला इनाम | दूसरा इनाम | तीसरा इनाम |
कबड्डी | ₹1,21,000 | ₹81,000 | ₹41,000 |
बेस्ड रेडर | ₹31,000 | ||
बुडा दौड़ | ₹2,100 | ₹1,100 | ₹500 |
रस्साकस्सी | ₹5,100 | ₹2,100 |
प्रतियोगिता के नियम और शर्तें :
1. एक टीम केवल एक ही पंचायत की होगी, जिसमें एक खिलाड़ी बाहर का खेल सकता है।
2. मैच में रेफरी का फैसला अंतिम और मान्य होगा।
3. सभी खिलाड़ियों को अपनी दो आईडी लानी अनिवार्य है।
4. औब्जेक्शन मैच से पहले ही लिया जाएगा और इसके लिए 3100 रुपये फीस देनी होगी।
5. विजेता टीमों को छोड़कर अन्य सभी टीमों को 10 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया मिलेगा।
6. प्रतियोगिता मिट्टी के ग्राउंड पर आयोजित की जाएगी।
7. टीमों को समय पर पहुंचना अनिवार्य है, देरी पर टीम को बाहर कर दिया जाएगा।
8. एंट्री फीस 100 रुपये होगी।
9. कोई भी खिलाड़ी फिक्सिंग में पाया गया तो टीम को स्क्रैच कर दिया जाएगा।
10. चिकना पदार्थ लगाकर खेलने की अनुमति नहीं है, अन्यथा टीम स्क्रैच कर दी जाएगी।
बुढ़ा दौड़ और रस्साकस्सी:
बुढ़ा दौड़ में 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग भाग ले सकते हैं। वहीं रस्साकस्सी में कुल 11 खिलाड़ी (कुल वजन 700 किलो) उम्र 50 वर्ष तक होनी चाहिए। इन दोनों खेलों का आयोजन 28 अगस्त को होगा।
आयोजन समिति और विशेष सम्मान:
इस आयोजन में कोच रणबीर ढाका और प्रसिद्ध कैचर शीलू बल्हारा को विशेष सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में शिवम पीवीसी होम डेकोर, राजस्थन मार्बल हाउस और सचिन जटासरा पहलवान ग्रुप का विशेष सहयोग रहेगा।
संपर्क सूत्र:
अधिक जानकारी के लिए आप निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
- 9728358008
- 9813380879
- 9812918923
- 9728053881
- 7050870000
- 9812195111
इस प्रकार के आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारते हैं बल्कि क्षेत्र में भाईचारा और संस्कृति को भी बढ़ावा देते हैं।