Smart meter sim port :शहर और दूर-दराज के इलाकों में बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटरों का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। अब खराब नेटवर्क की समस्या से जूझने वाले उपभोक्ता अपने स्मार्ट मीटर में लगे सिम को भी पोर्ट करा सकेंगे। इस नई सुविधा का सबसे अधिक लाभ उन उपभोक्ताओं को मिलेगा जो ग्रामीण या घनी बस्तियों में रहते हैं, जहां नेटवर्क की समस्या अक्सर बनी रहती है।
स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी जीनस ने इस (Smart meter sim port)तकनीक को विकसित किया है, जिससे उपभोक्ता उसी तरह से सिम पोर्ट करा सकेंगे जैसे वे अपने मोबाइल के लिए करते हैं। जीनस कंपनी द्वारा तैयार किए गए नए स्मार्ट मीटरों में एयरटेल और जियो के सिम लगाए जा रहे हैं, जो 4जी तकनीक पर आधारित हैं। इस तकनीक को भविष्य में 5जी में भी अपग्रेड किया जा सकेगा।
कैसे काम करेगा सिम पोर्टिंग?
जब उपभोक्ताओं को अपने स्मार्ट मीटर में नेटवर्क की समस्या का सामना करना पड़ता है, तो वे केस्को (कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी) में आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद, केस्को द्वारा मीटर में लगे सिम को दूसरी कंपनी के सिम से बदल दिया जाएगा। फिलहाल, शहर में लगभग 1.52 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटरों में वोडाफोन का 2जी सिम (Smart meter sim port)लगा हुआ है, जिसे दूसरी कंपनी के सिम से बदलना संभव नहीं है।
दूर-दराज के इलाकों में मिलेगी खास राहत
इस नई सुविधा से उन उपभोक्ताओं को खास तौर पर राहत मिलेगी, जो दूर-दराज के क्षेत्रों में रहते हैं या घनी बस्तियों में रहते हैं, जहां नेटवर्क की समस्या आम है। नेटवर्क की कमी के कारण कई बार स्मार्ट मीटर में बैलेंस अपडेट करने में कठिनाई होती थी, (Smart meter sim port)लेकिन अब सिम पोर्टिंग की सुविधा मिलने से यह समस्या हल हो जाएगी।
बड़े पैमाने पर होगा स्मार्ट मीटरों का अपडेट
केस्को के एमडी सैमुअल पॉल एन के अनुसार, सितंबर माह से 6.5 लाख नए स्मार्ट प्रीपेड मीटरों को लगाने का काम शुरू हो जाएगा। इन मीटरों के साथ आर्मर्ड केबल को भी बदला जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक सुरक्षा मिलेगी। साथ ही, नए 4जी सिम वाले स्मार्ट मीटर भविष्य में 5जी नेटवर्क के अनुकूल भी बनाए जा सकेंगे। इस पहल से केस्को और जीनस कंपनी के सहयोग से उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिलेंगी और नेटवर्क की समस्या से जूझने वाले क्षेत्रों में (Smart meter sim port)बिजली आपूर्ति में सुधार होगा।
इस प्रकार, यह कदम न केवल उपभोक्ताओं के लिए राहतकारी साबित होगा, बल्कि स्मार्ट मीटरों की तकनीक को और उन्नत बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।