UGC NET: नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने यूजीसी नेट परीक्षा में एक नए विषय आयुर्वेद जीव विज्ञान को जोड़ने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। दिसंबर 2024 से शुरू होने वाली यूजीसी नेट परीक्षा में यह नया विषय छात्रों के लिए उपलब्ध होगा। इस फैसले के बाद, अब यूजीसी नेट परीक्षा में कुल 84 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
यूजीसी अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आयुर्वेद जीव विज्ञान को इस बार एक स्वतंत्र विषय के रूप में जोड़ा गया है। उनका कहना था कि आयुर्वेद का समकालीन जैविक विज्ञान से मेल-जोल बढ़ता जा रहा है, और इसके महत्व को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
UGC NET: आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य देखभाल का बढ़ता महत्व
प्रोफेसर कुमार ने बताया कि जैसे-जैसे लोग प्राकृतिक और समग्र स्वास्थ्य देखभाल के लाभों के बारे में जागरूक हो रहे हैं, आयुर्वेद अब एलोपैथी चिकित्सा के एक प्रभावी विकल्प के रूप में उभर रहा है। आयुर्वेद अब आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के साथ एकीकृत किया जा रहा है और इस क्षेत्र में शोध और अध्ययन की आवश्यकता भी बढ़ रही है।
UGC NET: नया विषय- आयुर्वेद जीव विज्ञान
आयुर्वेद जीव विज्ञान (Aayurved Jeev Vigyan) विषय का उद्देश्य आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को समकालीन जैविक विज्ञान के दृष्टिकोण से समझना और इसका अध्ययन करना है। यह विषय छात्रों को पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आधुनिक विज्ञान के बीच सेतु बनाने का अवसर प्रदान करेगा। इस विषय के जरिए छात्रों को आयुर्वेद और जीव विज्ञान के समकालीन दृष्टिकोण में गहरी समझ विकसित करने का अवसर मिलेगा।
UGC NET: शोध और अनुसंधान के अवसर
UGC NET में आयुर्वेद जीव विज्ञान के विषय को जोड़ने से छात्रों को पीएचडी के स्तर तक शोध और अनुसंधान करने के अधिक अवसर मिलेंगे। यह कदम आयुर्वेद के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने के लिए है, और आयुर्वेद के संस्कृत ग्रंथों से संबंधित इच्छुक छात्रों को समकालीन जैविक विज्ञान में अध्ययन और अनुसंधान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

इस नए विषय के साथ, यूजीसी ने छात्रों के लिए आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान के बीच समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में नयें शोध और अनुसंधान की संभावनाएं पैदा होंगी।