हरियाणा के बेरोजगार युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अपना गुस्सा (No Joining No Vote) जाहिर किया है। वे सरकार द्वारा किए गए वायदों पर सवाल उठा रहे हैं, जो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। “नो जॉइनिंग, नो वोट” के नारे के साथ, युवा अपनी मांगों को लेकर सक्रिय हो गए हैं और बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि सरकार ने 31 दिसंबर 2023 तक 60,000 नौकरियों की जॉइनिंग का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। इसके बाद, 29 फरवरी 2024 को 29,000 नौकरियों की जॉइनिंग का वादा भी अधूरा रह गया। यही नहीं, 95 दिनों में 50,000 नौकरियों की घोषणा भी केवल एक जुमला बनकर रह गई। हाल ही में, 31 अगस्त 2024 तक 25,000 नौकरियों की जॉइनिंग का वादा किया गया था, लेकिन अब सरकार चुनाव के बाद जॉइनिंग देने की बात कह रही है।
No Joining No Vote : BJP पर उठाए सवाल, ज्वाइनिंग को लेकर चुनाव आयोग की कोई रोक नहीं
युवाओं का आरोप है कि चुनाव आयोग की ओर से किसी प्रकार की रोक नहीं है, फिर भी सरकार चुनाव बाद जॉइनिंग देने की बात कर रही है। इससे उनका गुस्सा और बढ़ गया है। युवा अब स्पष्ट कर रहे हैं कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती और समय पर जॉइनिंग नहीं देती, तो वे आगामी चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देंगे।
राजनीतिक गलियारों में मची हलचल : No Joining No Vote
बेरोजगार युवाओं के इस विरोध से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। उनकी नाराजगी और गुस्से ने बीजेपी के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या वह युवाओं की मांगों को पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम उठाती है?