Julana Rajneeti : हरियाणा की राजनीति के योद्धा रहे पूर्व मंत्री चौधरी दल सिंह (Dal Singh Ex MLA) जुलाना विधानसभा क्षेत्र से पहले विधायक बने। उन्होंने 1967 में पहला चुनाव जनसंघ के उम्मीदवार घासीराम को हराकर जीता। इस चुनाव में चौधरी दल के खिलाफ घासीराम ने अदालत में भी याचिका लगाई, लेकिन फैसला चौधरी दल सिंह के पक्ष में आया। चौधरी दलसिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (संगठन) की हरियाणा इकाई के पहले अध्यक्ष बने।
वहीं 1968 के चुनाव में चौधरी दल सिंह (Chaudhary Dal Singh) स्वतंत्र पार्टी के मास्टर नारायण सिंह से हार गए। उन्होंने मास्टर नारायण सिंह के खिलाफ अदालत में याचिका लगाई और सुप्रीम कोर्ट ने मास्टर नारायण सिंह के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया। इसके बाद 1970 में हुए उपचुनाव में चौधरी दल सिंह विधायक बने। चौधरी दल सिंह इससे पहले संयुक्त पंजाब में भी विधायक चुके थे।
उन्हें क्षेत्र में जिन्हें खुंडा झोटा और पानी का बादल के नाम से जाना जाता है। वे हरियाणा के पहले सिंचाई और बिजली मंत्री थे। तब सिंचाई के क्षेत्र में उन्होंने काम किया और पानी के बादल कहलाए। वे 1952 से 1977 तक हरियाणा की राजनीति में शामिल थे। चौधरी दल सिंह पैप्सू में भी मंत्री रहे।
तीन नेताओं को लगातार दो बार विधायक बनने का मिला मौका
जुलाना से तीन नेता लगातार दो बार विधायक बने हैं। इनमें से सबसे पहले पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी कुलबीर मलिक, इसके बाद आइजी शेर सिंह (IG Sher Singh) व फिर परमेंद्र सिंह ढुल (Parmnender Dhull) दो बार विधायक बने हैं। हालांकि जुलाना से एक बार चुनाव हारने के बाद जुलाना की जनता ने दोबारा किसी भी नेता को मौका नहीं दिया।
विधानसभा के डिप्टी स्पीकर कुलबीर मलिक (Kuldbir Malik)
जुलाना विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे कुलबीर मलिक हरियाणा विधानसभा के स्पीकर चुने गए। 1982 में चुनाव जीत कर कुलबीर मलिक विधानसभा में पहुंचे। अलगे चुनाव में 1987 में फिर से विधायक बने और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बने। तब 1990 में सरकार टूट गई और दोबारा सरकार का गठन होने पर उन्हें पशुपालन मंत्री बनाया गया। हालांकि 1996 में कांग्रेस के टिकट पर चौधरी कुलबीर मलिक चुनाव हार गए।
जुलाना विधानसभा क्षेत्र में अब तक के रहे विधायक (Julana All MLA Data)
वर्ष – विधायक -हारे -जीत का अंतर
1967- चौधरी दल सिंह- घासीराम-9323
1968- मास्टर नारायण सिंह- चौधरी दल सिंह- 1044
1972 – फतेह सिंह – रामसिंह -14245
1977 – जिले सिंह – घासीराम – 6983
1982 -कुलबीर मलिक- शमशेर – 5157
1987 – कुलबीर मलिक- फतेहसिंह – 21447
1991 – सूरजभान काजल – परमेंद्र ढुल- 3003
1996 – सत्यनारायण – सूरजभान काजल – 11770
2000 -आइजी शेरसिंह – सूरजभान काजल- 2101
2005 – आइजी शेरसिंह – परमेंद्र ढुल- 6822
2009 – परमेंद्र ढुल- आइजी शेरसिंह – 12811
2014 – परमेंद्र ढुल – धर्मेंद्र ढुल- 22806
2019 – अमरजीत ढांडा- परमेंद्र ढुल- 24193