Petrol Pump Froud : पेट्रोल पंप पर ईंधन भरते समय आप हमेशा मीटर में 0.00 यानी जीरो 0 , देखकर ही संतुष्ट हो जाते हैं, लेकिन असल खेल यहीं नहीं, बल्कि दूसरी महत्वपूर्ण जगह होता है जहां आपकी नजर नहीं जाती। आइए, जानते हैं कैसे पेट्रोल पंप पर आपकी नजरें हटते ही आपकी जेब कट सकती है और आप ठगे जा सकते हैं।
कैसे होता है पेट्रोल पंप पर फ्रॉड ?
1. ध्यान भटकाकर कम तेल डालकर :
यह सबसे आम और बड़े रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। जब आप पेट्रोल भरवा रहे होते हैं, तो पेट्रोल पंप कर्मचारी आपका ध्यान किसी बेवजह की बातों में उलझाकर भटका देता है। इस दौरान ईंधन भरने वाला कर्मचारी मीटर को बिना आपको बताए बीच में ही रोक देता है और फिर से रीसेट कर देता है। इस तरह आप कम ईंधन पाने के बावजूद पूरे पैसे चुका देते हैं।
2. पेट्रोल मशीन बिना जीरो किए लगातार तेल डालकर धोखाधड़ी करना :
इस धोखाधड़ी में, अगर आपके पहले किसी ग्राहक ने 100 रुपये का ईंधन भरवाया है और आप 600 रुपये का ईंधन मांगते हैं, तो पेट्रोल पंप अटेंडेंट मशीन को रीसेट किए बिना ही सीधे ईंधन भरने लगता है। इस तरह वह 100 रुपये का ईंधन आपको बिना बताए कम कर देता है।
3. स्टार्ट-स्टॉप तरीके से धोखाधड़ी :
Petrol pump अटेंडेंट जानबूझकर नोजल को पूरी तरह से लॉक नहीं करता है और बार-बार नोजल को बंद और चालू करता रहता है। इस प्रक्रिया में, डिस्पेंसर के अंदर एयर लॉक ( Air Lock) बन जाता है, जिससे आपको कम ईंधन मिलता है।
Density meter fraud: डेंसिटी मीटर से कैसे बच सकते हैं फ्रॉड से?
डेंसिटी मीटर के आंकड़ों पर नजर रखना बेहद जरूरी है। अगर आप इसे चेक नहीं करते, तो मिलावटी ईंधन से न केवल आपके पैसे की बर्बादी होगी, बल्कि वाहन के इंजन को भी नुकसान पहुंचेगा। ध्यान दें कि ( Petrol Density) पेट्रोल की standard density 730 से 775 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर( kilogram per cubic meter) और डीजल की 820 से 860 kg per cubic meter होनी चाहिए। अगर यह आंकड़े सही नहीं होते, तो समझिए कुछ गड़बड़ी है।
अन्य प्रमुख धोखाधड़ियों से बचने के उपाय
1. हमेशा मीटर 0.00 पर चेक करें: पेट्रोल भरवाने से पहले सुनिश्चित करें कि मीटर आपकी आंखों के सामने शून्य हो।
2. डिजिटल बिल की मांग करें: तेल भरने के बाद इलेक्ट्रॉनिक रसीद जरूर लें।
3. नोजल लॉक का उपयोग: अटेंडेंट से कहें कि नोजल को लॉक करें और दूर हो जाएं।
4. पैसे के लेन-देन में सावधानी: नकद भुगतान के दौरान छुट्टे पैसे गिनकर लें। कार्ड से भुगतान को प्राथमिकता दें।
पेट्रोल पंप पर शिकायत कैसे करें?
अगर आपको लगता है कि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो तुरंत पेट्रोल पंप पर मौजूद शिकायत पुस्तिका मांगें और अपनी शिकायत दर्ज करें। हर पेट्रोल पंप पर यह रजिस्टर होना अनिवार्य है। इसके अलावा, आप तेल कंपनी की website पर भी online complaint दर्ज कर सकते हैं।
Conclusion: थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से आप पेट्रोल पंप पर होने वाली धोखाधड़ियों से बच सकते हैं। हर बार पेट्रोल भरवाते समय डेंसिटी मीटर पर नजर रखना और सही मानकों की जांच करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, अगर कोई गड़बड़ी लगे, तो तुरंत शिकायत दर्ज करें और अपने पैसे व वाहन की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
सतर्कता और जागरूकता ही पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है। अपने वाहन और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें। वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करें और अपना व अपने परिवार का ख्याल रखें । सतर्क रहें सुरक्षित रहें.