Surajkund Mela 2025: फरीदाबाद: हर साल का सबसे बड़ा हस्तशिल्प सूरजकुंड मेला, अगले साल 7 फरवरी 2025 से शुरू होगा। इस बार का 38वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला कई कारणों से विशेष होगा। हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस मेले का उद्घाटन 7 फरवरी को होगा और यह मेला 23 फरवरी तक चलेगा।
इस बार, मेले में बिम्सटेक (BIMSTEC) देशों की प्रमुख भागीदारी भी देखने को मिलेगी, जो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी महत्वपूर्ण बना देगा। बिम्सटेक एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग संगठन है, जिसमें भारत, थाईलैंड, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश शामिल हैं।
क्या होगा खास इस बार?
छह वीकेंड का अवसर: पर्यटकों को इस बार मेले का अनुभव लेने के लिए छह वीकेंड यानी तीन शनिवार और तीन रविवार का समय मिलेगा। इससे बड़ी संख्या में लोग मेले का आनंद ले सकेंगे।
1100 से ज्यादा हट्स: मेले में इस बार 1100 से अधिक हस्तशिल्प स्टॉल्स (हट्स) लगेंगे, जहां दुनिया भर के शिल्पी अपने कारीगरी का प्रदर्शन करेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: इस बार मेले में तीन चौपालों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिनमें एक चौपाल दिल्ली गेट के पास और दूसरी चौपाल VIP गेट और छत्तीसगढ़ गेट के पास होगी।
नए शिल्पियों को मिलेगा मौका
हर साल सूरजकुंड मेला में अलग-अलग शिल्पियों को अपने हुनर को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। इस बार 30 से 40 नए शिल्पियों को स्टॉल प्रदान किए जाएंगे। हरियाणा से 10 शिल्पियों को स्टॉल मिलेगा, जबकि राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल के शिल्पियों को भी जगह दी जाएगी। इस बार शिल्पियों का मुख्य उद्देश्य न केवल अपने राज्य बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन करना होगा।

कैसे पहुंचे सूरजकुंड मेला?
यह मेला हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में आयोजित किया जाएगा, जो दिल्ली से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इस मेले में पर्यटक हस्तशिल्प, कला, संस्कृति और परंपरा का अनोखा मिश्रण देख सकते हैं।