International Gita Mahotsav : कुरुक्षेत्र: हरियाणा के ऐतिहासिक शहर कुरुक्षेत्र में इस साल भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Mahotsav) का आयोजन बड़े स्तर पर किया जा रहा है। 28 नवंबर से 15 दिसंबर 2024 तक चलने वाले इस भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह महोत्सव न केवल भारत बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
शुभारंभ और मुख्य कार्यक्रम
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ पंकज सेतिया ने जानकारी दी कि कार्यक्रम की शुरुआत 28 नवंबर को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा सरस मेले के शुभारंभ के साथ होगी। 5 दिसंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्घाटन करेंगे।
सांस्कृतिक विविधता और विशेष साझेदारी
इस महोत्सव में भारत के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों कलाकार अपनी पारंपरिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लेंगे। इस बार तंजानिया को पार्टनर देश और उड़ीसा को पार्टनर राज्य चुना गया है। इनके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सांस्कृतिक मेलजोल का अनूठा अनुभव मिलेगा।
विदेशी पर्यटकों की भागीदारी
गीता महोत्सव हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है, जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी शामिल होते हैं। इस वर्ष, तंजानिया से आने वाले प्रतिनिधियों और कलाकारों की विशेष प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।
क्यों है गीता महोत्सव खास?
गीता महोत्सव महाभारतकालीन धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गीता उपदेश की स्मृति में मनाया जाता है। इस आयोजन में धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों के साथ ही हस्तशिल्प मेलों और व्यंजन उत्सवों का आयोजन होता है।
क्या होगा खास?
सरस मेला: जिसमें देशभर के कारीगर अपनी कला और हस्तशिल्प प्रस्तुत करेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: लोक नृत्य, संगीत और नाटकों के जरिए भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।
गीता जयंती समारोह: गीता के श्लोकों और उनके महत्व पर आधारित संगोष्ठियों का आयोजन।
यह महोत्सव धर्म, संस्कृति और कला का अद्भुत संगम है। अगर आप भी आध्यात्म और भारतीय संस्कृति की इस भव्य झलक को देखना चाहते हैं, तो कुरुक्षेत्र में गीता महोत्सव का हिस्सा जरूर बनें।