जींद : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में स्थाई भर्तियों (CRSU Vacancy) पर लगी रोक जल्द हटने की उम्मीद जगी है। प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय से भर्तियों को लेकर जानकारी मांगी है। जिसमें पूछा गया है कि कितने पदों के लिए भर्ती होनी थी और उनमें से कितने पदों पर भर्ती हुई है। वहीं राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भर्तियों के रोस्टर के बारे में विश्वविद्यालय से पूछा है और पांच जुलाई को वीसी को बुलाया है।
बता दें कि विश्वविद्यालय ने कुछ माह पहले प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर (CRSU Vacancy) के करीब 60 पदों पर स्थाई भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। इनमें से आठ पदों पर भर्ती हो चुकी थी। लेकिन लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय में चल रही भर्तियों पर रोक लगा दी थी। भर्तियों पर रोक लगाने का कोई कारण सरकार की तरफ से जारी पत्र में नहीं दिया गया था।
साल 2014 में अस्तित्व में आए चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (CRSU Vacancy) में टीचिंग स्टाफ के 100 से ज्यादा हैं। जिनमें से पहले 20 पदों पर ही स्थाई स्टाफ था। उसके बाद आठ पदों पर और भर्ती हुई। एेसे में दो तिहाई से ज्यादा पदों पर अनुबंध और पार्ट टाइम स्टाफ के सहारे काम चलाया जा रहा है। नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) ग्रेडिंग के लिए भी स्थाई स्टाफ होना जरूरी है। विश्वविद्यालय 60 पदों पर स्थाई स्टाफ की नियुक्ति करके नैक को लेकर तैयारी कर रहा था। भर्तियाें पर रोक लगने की वजह से ये योजना सिरे नहीं चढ़ पाई।
विश्वविद्यालय में भर्तियों के रोस्टर को लेकर राज्यपाल ने वीसी को बुलाया
वीसी डा. रणपाल सिंह ने बताया कि भर्तियों को लेकर पिछले दिनों प्रदेश सरकार (CRSU Vacancy) की तरफ से जो जानकारी मांगी गई थी, वो भेज दी गई है। जल्द ही भर्तियों पर लगी रोक हटने की उम्मीद है। भर्तियों के रोस्टर को लेकर पांच जुलाई को राज्यपाल ने बुलाया है। भर्तियों के लिए रोस्टर बना हुआ है, जिसे वेलफेयर विभाग ने पास किया हुआ है।