Haryana News: नारनौल नागरिक अस्पताल में 8 नए गाइनोकोलॉजिस्ट 14 दिन के रोटेशन पर देंगे सेवाएं, डिलीवरी केस रेफर नहीं करने के आदेश भी रद्द

Haryana News:नारनौल नागरिक अस्पताल के गायनी विभाग में कार्यरत दो महिला चिकित्सकों के इस्तीफे से बिगड़ी व्यवस्था पर स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कदम उठाया है। डीजी हेल्थ कार्यालय ने 8 स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के निर्देशों पर यह कार्रवाई की गई है। अब गुरुग्राम और पटौदी से आई ये चिकित्सक 14 दिन के रोस्टर के अनुसार नारनौल में ड्यूटी देंगी, जिससे यहां दो महिला चिकित्सक हमेशा उपलब्ध रहेंगी।

Haryana News:गर्भवती महिलाओं को राहत

स्वास्थ्य विभाग के इस कदम से नागरिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को उपचार में अब कोई दिक्कत नहीं आएगी। इससे पहले, अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञों की कमी के चलते डिलीवरी केसों को रेफर करने के आदेश जारी किए गए थे, लेकिन अब इन्हें रद्द कर दिया गया है।

Haryana News:डॉ. आशा की MS पद पर नियुक्ति

अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) के रिक्त पद पर डॉ. आशा को नियुक्त किया गया है। वे पहले चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर थीं, जिसे रद्द कर अब उन्हें नागरिक अस्पताल में एमएस के पद पर लगाया गया है।

Haryana News:खबर का असर

दैनिक भास्कर ने शनिवार को नागरिक अस्पताल की बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने त्वरित संज्ञान लिया और चिकित्सकों की तत्काल नियुक्ति के निर्देश दिए। शनिवार शाम को डीजी हेल्थ कार्यालय ने गुड़गांव और पटौदी से महिला चिकित्सकों को रिलीव करके नारनौल में ड्यूटी जॉइन करने के आदेश दिए।

Haryana News:नारनौल नागरिक अस्पताल में 8 नए गाइनोकोलॉजिस्ट 14 दिन के रोटेशन पर देंगे सेवाएं, डिलीवरी केस रेफर नहीं करने के आदेश भी रद्द
Haryana News:नारनौल नागरिक अस्पताल में 8 नए गाइनोकोलॉजिस्ट 14 दिन के रोटेशन पर देंगे सेवाएं, डिलीवरी केस रेफर नहीं करने के आदेश भी रद्द

इन डॉक्टरों की तय हुई ड्यूटी

नारनौल में ड्यूटी देने के लिए जिन आठ स्त्री रोग विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई है, उनमें नागरिक अस्पताल गुड़गांव से डॉ. मीनाक्षी, डॉ. सुमन, डॉ. रश्मि, डॉ. सुषमा, डॉ. शाल्की, और डॉ. पूनम शामिल हैं। सब डिवीजन अस्पताल पटौदी से डॉ. योगेश्वरी और डॉ. ज्योति को भी रोटेशन वाइज ड्यूटी पर लगाया गया है।

सिविल सर्जन का बयान

सिविल सर्जन डॉ. धर्मेंद्र सांगवान ने बताया कि इन महिला चिकित्सकों के आने से अब अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का इलाज सुचारू रूप से हो सकेगा और उन्हें निजी अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। साथ ही, जिला के अन्य केंद्रों से नागरिक अस्पताल में रेफर किए जाने वाले डिलीवरी केसों पर भी रोक हटाई गई है।

डॉ. आशा के कार्यभार का विस्तार

डॉ. आशा की नियुक्ति से प्रशासनिक कार्यभार भी बेहतर हो सकेगा। इससे पहले डॉ. धर्मेंद्र सांगवान के पास सिविल सर्जन के साथ एमएस का कार्यभार भी था, जिसे अब डॉ. आशा संभालेंगी।

गर्भवती महिलाओं को मिलेगी सुगमता

स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन दो स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे गर्भवती महिलाओं को समय पर इलाज मिल सके।

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