La Nina effects : भीषण गर्मी के बाद देश मे इस बार कड़ाके की सर्दी का अलर्ट,  ला नीना के असर से ठंड तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड

Sonia kundu
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La Nina effects : भीषण गर्मी और अनियमित मानसून के बाद अब भारत में कड़ाके की सर्दी का अलर्ट जारी किया गया है। विश्व मौसम संगठन और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस साल सर्दी के मौसम में ला-नीना की परिस्थितियों के बनने की संभावना बढ़ गई है, जो आगामी सर्दियों में सामान्य से कहीं अधिक ठंड का संकेत दे रही है।

La Nina effects : ला-नीना और सर्दी का कनेक्शन

ला-नीना एक महत्वपूर्ण जलवायु घटना है, जिसका वैश्विक मौसम पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जब पूर्वी प्रशांत महासागर के तापमान में गिरावट आती है और पश्चिमी प्रशांत में तापमान बढ़ जाता है, तो इसे ला-नीना कहा जाता है। इस बार, पश्चिमी प्रशांत महासागर में सतह का तापमान औसत से अधिक है, जबकि पूर्वी प्रशांत में यह तापमान औसत के करीब या उससे थोड़ा नीचे है। यह स्थिति एनसो न्यूट्रल मानी जा रही है, यानी न अल-नीनो और न ला-नीना की स्थिति।

 

लेकिन सितंबर से नवंबर के बीच ला-नीना के बनने की 66% संभावना है, और इसके नवंबर से जनवरी 2025 तक उत्तरी गोलार्ध में सक्रिय रहने की संभावना 75% से भी अधिक हो सकती है। इसका सीधा असर सर्दियों के मौसम पर पड़ेगा, जो दिसंबर और जनवरी के बीच कड़ाके की सर्दी ला सकता है।

La Nina effects : इस साल के मानसून पर नहीं पड़ेगा असर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इस साल मानसून पर ला-नीना का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। दरअसल, ला-नीना की परिस्थितियों के बनने में देरी हो रही है, और यह अब मानसून के आखिरी हफ्तों में विकसित होगी। इसका मतलब है कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून की समाप्ति से पहले ला-नीना का प्रभाव नहीं देखा जाएगा।

 

हालांकि, यह स्थिति अक्टूबर के आखिर में दक्षिण भारत में आने वाले उत्तर-पूर्वी मानसून को प्रभावित कर सकती है। लेकिन इसका सबसे बड़ा असर सर्दियों में देखने को मिलेगा, जहां ठंड अपने चरम पर पहुंच सकती है।

कैसी होगी सर्दी?

विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार सर्दी के मौसम में रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ने की संभावना है। दिसंबर से जनवरी के बीच उत्तर भारत में खासकर हिमालयी क्षेत्र और उससे सटे मैदानी इलाकों में जबरदस्त सर्दी पड़ सकती है। शीतलहर की स्थिति गंभीर हो सकती है और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे जा सकता है।

तैयार रहें:

सर्दी के इस असर को देखते हुए, लोगों को अभी से ही तैयारी करने की सलाह दी जा रही है। गर्म कपड़े, हीटिंग उपकरण और अन्य उपायों के साथ खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने की योजना बनाएं। खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे इस सर्दी में ज्यादा संवेदनशील हो सकते हैं, इसलिए उनकी देखभाल के लिए विशेष सावधानी बरतें।

 

इस सर्दी के दौरान बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है, इसलिए अपनी आवश्यकताओं के अनुसार पूर्व तैयारी कर लें। ला-नीना के इस प्रभाव से कड़ाके की सर्दी का सामना करने के लिए अभी से सावधानी बरतना जरूरी है।

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